सौरभ कुमार, पटना: बिहार में ‘सुशासन’ की पोल एक बार फिर खुलती नजर आई। दरअसल, हाजीपुर के राघोपुर में एक कार्यक्रम में गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की गाड़ियों का काफिला नाव पर सवार होकर एक ओर से दूसरी ओर ले जाया गया, इस दौरान सीएम और डिप्टी सीएम भी स्टीमर से जाते दिखे।
गाड़ियों को भी नाव से ही ढोया गया
पिछले 47 सालों में कितना बदला बिहार… मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजश्वी यादव की नाव पर सवारी की एक तस्वीर के बाद लोग यही सवाल कर रहे हैं। पटना से सटे वैशाली के राघोपुर जाने के लिए मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम को नाव की सवारी करनी पड़ी थी, यही नहीं उनकी गाड़ियों को भी नाव से ही ढोया गया। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 1975 में वे यहां जेपी आंदोलन के समय सभा करने नाव से ही आए थे। आज 47 साल बाद भी नाव से ही आना पड़ा है।
पूर्व मंत्री भोला राय के श्राद्ध कार्यक्रम में पहुंचे थे
दरअसल, सोमवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव राघोपुर में पूर्व मंत्री भोला राय के श्राद्ध कार्यक्रम में पहुंचे थे। राघोपुर वही विधानसभा है जहां से राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जीतकर विधानसभा पहुंचते हैं। इसी विधानसभा से राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी यहां लोगों की लंबे समय से मांग है कि एक पुल बनाया जाए, लेकिन अभी तक ऐसा ना होने की वजह से सरकार को नाव पर सवार होना पड़ा।