मुंबई : शहर की दूसरी लाइफ लाइन कहे जाने वाली बेस्ट बस के कर्मचारियों के हड़ताल से मुंबई कर काफी परेशान हो गए हैं। कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए बेस्ट ड्राइवर पिछले तीन दिन से अपनी वेतन वृद्धि, बेस्ट कर्मचारी का दर्जा और बस में यात्रा मुफ्त करने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए ड्राइवर तीसरे दिन भी काम पर नही लौटे।
इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बेस्ट की बस कम निकलने से लोगों को घंटों बस स्टॉप पर कतार लगाकर इंतजार करना पड़ रहा है।। बेस्ट विभाग के जनसंपर्क अधिकारी सुनील वैद्य की माने तो शुक्रवार के दिन भी हड़ताल की वजह से 1375 बस डिपो में खड़ी रही।
1375 बस रही नदारद
हड़ताल का असर शुक्रवार को भी देखने को मिला। सुबह के समय लोग परेशान दिखे। बेस्ट बस के अधिकारी कि माने तो कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए ड्राइवर की हड़ताल से 1375 डिपो से नही निकली। वहीं गुरुवार और बुधवार यह आंकड़ा क्रमश 1009 और 160 था। जानकारी के मुताबिक अगर कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए ड्राइवर की मांगों को नही मांगा गया तो हड़ताल लंबा चल सकता है।
निजी कंपनियों से बस लेकर सड़कों पर दौड़ाती है बस
बेस्ट उपक्रम निजी कंपनियों से बस भाड़े पर लेकर मुंबई और उसके आस पास के शहरों में दौड़ाती। टाटा, SMT, स्विच मोबिलिटी, मातेश्वरी, हंसा, Olectra जैसे कंपनियों के साथ समझौता है। इन कंपनियों ने कॉन्ट्रैक्ट पर ड्राइवर रखा है। ठेका रखे गए बस ड्राइवर चाहते हैं कि उन्हें बेस्ट के कर्मचारियों का दर्जा मिले।
मुंबई की दूसरी लाइफ लाइन कहलाती है बेस्ट बस
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लोकल ट्रेन के बाद आम लोग सबसे ज्यादा सफर बेस्ट की बस से करते हैं। जानकारी के अनुसार मुंबई और उसके आस पास के शहरों में रोजाना 3000 से 3100 बेस्ट बस सड़कों पर दौड़ती हैं। वहीं 3000 बसों में 30 लाख लोग सफर करते हैं।