राहुल पांडे
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने दमदार प्रदर्शन करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है. लोकल बॉडी चुनाव में देवेंद्र और रविंद्र का जादू ऐसा चला कि विपक्ष का सफाया हो गया है. अब दोनों की जोड़ी बीएमसी सहित अन्य महानगरपालिका के चुनाव में पूरे दमखम के साथ कमल खिलाने में जुट गई है.
इस जीत पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने जीत का श्रेय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को दिया है. उन्होंने कहा कि यह नतीजा देवेंद्र फडणवीस के विकासोन्मुख राजनीति का परिणाम है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने भले ही जीत का श्रेय सीएम फडणवीस को दिया है, लेकिन चुनाव परिणाम के पीछे उनके संगठन क्षमता तथा सटीक चुनावी योजना को नकारा नहीं जा सकता है. चव्हाण ने कहा कि इस चुनाव में प्रचार गीत के जरिये गूंजा नारा ‘तुमची आमची भाजपा सर्वांची’ (आपकी-हमारी भाजपा, सबकी भाजपा) महाराष्ट्र की जनता ने सच कर दिखाया है. यह बात इन नतीजों से स्पष्ट होती है.
स्थानीय निकाय चुनाव चव्हाण के लिए सबसे बड़ी अग्नि परीक्षा
रविंद्र चव्हाण ने छह महीने पहले प्रदेश महाराष्ट्र अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. पार्टी की डोर अपने हाथ लेने के बाद उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा बीएमसी सहित स्थानीय निकाय के चुनाव थे. स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा को जबरदस्त जीत दिलाकर देवेंद्र और रविंद्र की जोड़ी ने अपने कुशल नेतृत्व का अभूतपूर्व परिचय दिया है.
विपक्ष के कई नेताओं को थमाया कमल
फडणवीस और चव्हाण के नेतृत्व में भाजपा ने संयम और आक्रामकता की अनोखी शैली अपनाते हुए पूरे महाराष्ट्र में व्यापक जनसंपर्क किया. दोनों ने मिलकर 50 से ज्यादा सभाएं की. इस दौरान उन्होंने विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को भाजपा में शामिल कराया. कोकण क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखने वाले रविंद्र चव्हाण के नेतृत्व की असली परीक्षा दरअसल इन्हीं चुनावों के माध्यम से हुई.
राज्य के कई इलाकों में भाजपा का मुकाबला शिंदे सेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) से था, लेकिन देवेंद्र फडणवीस की राजनीतिक चतुराई और रविंद्र चव्हाण की संगठन क्षमता के चलते भाजपा ने कई जगहों पर यह लड़ाई जीत ली.
साथ ही, राज्य में सत्ता संतुलन या महायुति को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे, इसका गणित देवेंद्र फडणवीस और रविंद्र चव्हाण ने मिलकर बेहद सटीक ढंग से साधा. इसके साथ ही ऐसा भी नजर आता है कि भाजपा ने शिवसेना और राष्ट्रवादी की दूसरी पंक्ति के नेताओं को उनकी राजनीतिक हैसियत भी दिखा दी है. निकाय चुनाव में जीत मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस और रविंद्र चव्हाण मिशन बीएमसी में जुट गए हैं.
दोनों के नेतृत्व में भाजपा बूथ लेवल पर माइक्रो मैनेजमेंट कर रही है. साथ ही विपक्ष के कई नेताओं और पूर्व पार्षदों को अब पार्टी भाजपा में शामिल करवा रही है. स्थानीय निकाय चुनाव का परिणाम विपक्ष के लिए जबरदस्त झटका माना जा रहा है.










