नई दिल्ली: मुंबई पुलिस ने एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुट के पांच नेताओं को गिरफ्तार किया है। मामले में उद्धव गुट के 30-40 अन्य नेताओं के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए थे। बता दें कि उद्धव गुट के नेताओं की गिरफ्तारी के थोड़ी देर बाद उन्हें जमानत मिल गई।
गणेश विसर्जन के दौरान भिड़े थे उद्धव और शिंदे समर्थक
जानकारी के मुताबिक, शिंदे गुट के कार्यकर्ता संतोष तलवने ने उद्धव गुट के कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। मामला तब शुरू हुआ जब शुक्रवार को गणेश विसर्जन के दौरान शिवसेना (उद्धव और शिंदे) के दोनों धड़ों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। शनिवार रात को इस मामले को लेकर विवाद और हंगामा हुआ।
Five people of Shiv Sena who were arrested by the police under various sections incl 395 of IPC, have been given relief with the police removing section 395 from the FIR. All other sections are bailable: Mumbai Police https://t.co/SrS4XOg2A2
— ANI (@ANI) September 11, 2022
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उद्धव गुट के कार्यकर्ता शिंदे कैंप के विधायक सरवणकर के घर के बाहर जमा हो गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसकी सूचना के बाद शिंदे गुट के लोग भी मौके पर पहुंच गए जिससे दोनों गुटों के बीच हंगामे की स्थिति बन गई। इसके बाद विधायक सरवणकर के नेतृत्व में शिंदे गुट ने एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दादर थाने में उद्धव गुट के विधायकों के खिलाफ शिकायत की।
उद्धव गुट ने शिंदे कैंप के विधायक पर फायरिंग का आरोप लगाया
उधर, उद्धव गुट के एमएलसी सुनील शिंदे ने सरवणकर पर गोली चलाने और कानून हाथ में लेने का आरोप लगाया। फिलहाल, उद्धव गुट की ओर से लगाए गए फायरिंग के आरोपों की पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस उद्धव गुट के नेताओं के बयान भी दर्ज कर रही है। दर्ज बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पुलिस ने कहा, ‘अगर विधायक सदा सरवणकर के पास लाइसेंसी पिस्टल है तो उसका रिकॉर्ड नजदीकी थाने में होगा। पुलिस इस्तेमाल की गई पिस्तौल और सरवणकर के पास कारतूसों की संख्या की जांच करेगी। फिलहाल, पुलिस उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि फायरिंग के आरोपों की सच्चाई की पुष्टि करने के लिए पर्याप्त सबूत और गवाह होना जरूरी है।