Raja Raghuvanshi killer mistake: पत्नी सोनम संग हनीमून पर गए राजा रघुवंशी को भनक तक नहीं थी कि उसकी पीठ पीछे उसे मारने का प्लान बन चुका है। आखिरी वीडियो में जब स्कूटर पर सोनम गेस्ट हाउस के बाहर राजा के साथ दिखी तो किसी के साथ मोबाइल पर चैट में व्यस्त थी, कहा जा रहा है कि वह हत्यारोपियों को लोकेशन भेज रही होगी। इसके बाद राजा की हत्या हुई। सोनम और हत्यारोपियों ने शिलांग छोड़ दिया। अगर हत्यारोपी एक गलती न करते तो मेघालय पुलिस कभी भी यह केस क्रैक न कर पाती, क्योंकि प्लान बहुत शातिर तरीके से बनाया गया था।
एक गलती और ऐसे पकड़ में आए हत्यारोपी
भूसे में सुई ढूंढने जैसे मुश्किल काम को अंजाम देने में जब मेघालय पुलिस जुटी तो शुरुआत से कड़ी दर कड़ी जोड़ने लगी। राजा और सोनम का स्कूटर भी घटनास्थल से 10 किलोमीटर पहले बरामद हुआ। रास्ते के सीसीटीवी चेक करते समय पुलिस की नजर राजा-सोनम का पीछा कर रहे एक अन्य स्कूटर सवार तीन लोगों पर पड़ी। वहीं, इन 3 लोगों का जिक्र गाइड ने भी पुलिस पूछताछ में किया गया। अब पुलिस का टार्गेट इन 3 लोगों के रुकने के स्थान को लेकर था।
हर होटल और होमस्टे से पूछताछ के दौरान पुलिस उस जगह पर पहुंच गई, जहां राजा की हत्या से पहली रात वो रुके थे। बस वहां तीनों में एक गलती कर बैठा, उसने अपना असली आईडी प्रूफ वहां ठहरने के लिए दिया। वो पता इंदौर का था, जिसे ट्रैक करने के लिए मेघालय पुलिस ने इंदौर पुलिस से संपर्क किया और उसे घर जाकर उठा लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बाकी दोनों हत्यारोपियों को पकड़ लिया और तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
सोनम ने हनीमून के लिए शिलांग ही क्यों चुना?
सोनम ने हनीमून के लिए शिलांग इसलिए चुना, क्योंकि वो पहले से ही राजा रघुवंशी को मारने का प्लान बना चुकी थी और उसे ऐसी लोकेशन की तलाश थी, जहां आसपास जंगल हों। हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए उपयुक्त था। एक अपरिचित स्थान होने के कारण संदेह कम होने की संभावना थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, सोनम ने शिलांग को राज कुशवाह की सलाह पर चुना। राज ने अपने तीन दोस्तों को पहले से शिलांग भेजा था जो सुपारी किलर थे, ताकि योजना को अंजाम दिया जा सके।
सोनम ने गुवाहाटी में माता कामाख्या के दर्शन के बाद अचानक शिलांग जाने का फैसला किया और बिना राजा को बताए टिकट बुक कर लिए। सोनम ने बाद में दावा किया कि शिलांग में उनके साथ लूटपाट हुई और उसका अपहरण किया गया। शिलांग को चुनने का एक मकसद यह भी हो सकता था कि वह हत्या को लूटपाट की घटना के रूप में पेश कर सके, इसमें राज और उनके सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी।