MP News: नदियों की सफाई को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार कहीं योजनाएं बना रही है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर प्रदेश में नदियों के सफाई को लेकर कई योजनाएं भी बनाई गई है। ऐसा ही कुछ नदियों की सफाई को लेकर खंडवा में एक अलग अभियान देखने को मिल रहा है।
देशी ग्रे वॉटर ट्रीटमेंट लगाया गया
खंडवा से लगभग 55 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत कालमुखी में नर्मदा की सहायक नदी कावेरी बहती है। इसी कावेरी नदी में गांव के गंदे पानी का एक नाला भी मिलता है। पिछले कई सालों से नाले का गंदा पानी कावेरी में मिल रहा था। लेकिन अब ग्राम पंचायत ने नाले में देसी ग्रे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर, पानी को साफकर नदी में छोड़ना शुरू कर दिया है। देसी तरीके से पानी को फिल्टर कर नदी में छोड़ा जा रहा है जिसकी तारीफ पूरे जिले में हो रही है।
त्रिस्तरीय फिल्टर प्रणाली बनाई गई
दरअसल, यहां त्रिस्तरीय फिल्टर प्रणाली लगाई गई है, जिसे वातन प्रणाली भी कहते है। यह ग्रे वॉटर फिल्टर प्लांट पूरी तरीके से देसी और वैज्ञानिक है। इसे बनाने में कोई खास खर्च भी नहीं लगता है। ग्राम पंचायत के सचिव नितेश पालीवाल ने बताया कि हमारे द्वारा गांव के एक नाले में ग्रे वॉटर फिल्टर प्लांट लगाया गया है और इसमें तीन चरणों में पानी को साफ किया जाता है। जिसमें पहला फिल्टर गिट्टी से बना हुआ है।
दूसरा फिल्टर बोल्डर से बना हुआ है तथा तीसरा फिल्टर रेत से बना हुआ है। इन तीन चरणों से होता हुआ पानी गुजरता है और साफ होकर फिर कावेरी नदी में मिलता है। इस प्लांट को हमने स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण से प्रेरित होकर बनाया है।
कावेरी नदी में छोड़ा जाता है पानी
प्लांट के कार्य तथा इसकी प्रणाली को लेकर जिला पंचायत सीईओ शैलेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि जिले की ग्राम पंचायत कालमुखी में ग्रे वॉटर फिल्टर लगाकर नाले के गंदे पानी को साफ किया जा रहा है और यह साफ पानी नर्मदा नदी की सहायक नदी कावेरी में छोड़ा जाता है। इससे हमारी नदिया भी शुद्ध होगी और उनका जल हमेशा साफ रहेगा। इस कार्य को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत किया जा रहा है।