Madhya Pradesh Weather Alert: मध्य प्रदेश में सितंबर के महीने में बारिश का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम पूरे राज्य में छाया हुआ है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के आज गुरुवार 12 सितंबर को भिंड, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर समेत एमपी के 29 जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी भी की है। प्रदेश में इस सीजन की सबसे बड़ी मानसून सिस्टम अवदाब के रूप में फिलहाल उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर एक्टिव है। मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से होकर गुजर रही है। इन प्रणालियों के असर से पिछले दो-तीन दिन से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में रुक-रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला बरकरार है। कहीं-कहीं तो भारी बारिश के चलते बाढ़ के भी हालात बन गए हैं। शुक्रवार तक ताकतवर अबदाव का सिस्टम उत्तर-पूर्व की ओर आगे खिसक जाएगा, जिससे ग्वालियर-चंबल डिवीजन को छोड़कर प्रदेश के बाकी हिस्सों में तेज बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।
सीएम मोहन यादव ने बुलाई आपात बैठक
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों हो रही भारी बारिश की स्थितियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को सीनियर अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई। सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री आवास कार्यालय में सीनियर अधिकारियों के बैठक हो रही है, जिसमें बारिश से उत्पन्न स्थिति से बचाव के लिए किए जाने वाले कार्यों पर मंथन किया जा रहा है। इस बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी डिविजनल कमिश्नर, जिला कलेक्टर, पुलिस आयुक्त और एसपी भी जुड़े हैं।
इन जिलों में स्कूल रहेंगे बंद
एमपी के कुछ हिस्सों में बीते दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बने हालातों को देखते हुए 8 जिलों में स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई है। राजधानी भोपाल में 5वीं क्लास तक के स्कूलों में अवकाश रहेगा। वहीं सागर, गुना, शिवपुरी, दमोह, दतिया, राजगढ़ और भिंड में 8वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। लगातार बारिश के चलते केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज शिवपुरी का दौरा रद्द करना पड़ा है। आपको बता दें, इससे पहले बुधवार को 28 जिलों में तेज बारिश हुई। बांध-तालाब ओवरफ्लो हो गए। नदियां उफन पड़े, जिससे दमोह, सिवनी, बालाघाट, सागर, छतरपुर, शिवपुरी जिले में बाढ़ के हालात बन गए।
मुख्यमंत्री निवास, भोपाल स्थित समत्व भवन में आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश भर में अतिवृष्टि से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिये संचालित रेस्क्यू सहित राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
---विज्ञापन---सम्बन्धित विभागों को शीर्ष प्राथमिकता और पूर्ण संवेदनशीलता के… pic.twitter.com/wpPQ6WnCH5
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 12, 2024
कई जिलों में स्कूल की छुट्टी
अतिवृष्टि को देखते हुए भोपाल में गुरुवार को 5वीं कक्षा के स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ियों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं राजगढ़, सागर, गुना, शिवपुरी, मुरैना और भिंड में 8वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। उधर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भारी बारिश से उपजे विषम हालात के बाद अपना शिवपुरी का दौरा रद्द करना पड़ा है।
इन जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भी प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में रुक-रुककर झमाझम का सिलसिला बरकरार रह सकता है। मौसम विभाग ने गुरुवार को सागर, विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जैसे 11 जिलों में भारी बारिश की संभावना जाहिर करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
ऑरेंज अलर्ट वाले जिले
इसके अलावा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, मुरैना, भिंड, पन्ना, दमोह, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, राजगढ़, सीहोर, आगर, शाजापुर, देवास, खंडवा, धार और नीमच जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। मौसम विभाग ने इस जिलों को लेकर ऑरेन्ज अलर्ट की श्रेणी में रखा है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी रुक-रुककर वर्षा होने की उम्मीद है। शुक्रवार तक प्रदेश के ऊपर बने सिस्टम के आगे बढ़ने के साथ बारिश से थोड़ी राहत मिल सकती है।
यहां एक्टिव हैं वेदर सिस्टम
उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बना अवदाब का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे यह उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में सक्रिय था। अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। मानसून द्रोणिका अब भटिंडा, हिसार, दिल्ली, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और उससे सटे दक्षिण उत्तर प्रदेश, सतना, डाल्टनगंज, बांकुरा, हल्दिया और वहां से पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है। इसके अलावा एक द्रोणिका के रूप में पश्चिमी विक्षोभ दक्षिणी गुजरात में बना हुआ है। गुजरात से उत्तरी केरल तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। दक्षिण गुजरात के ऊपर एक चक्रवाती सर्कुलेशन भी एक्टिव है।
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