विपिन श्रीवास्तव, भोपाल: मध्यप्रदेश में बैतूल जिले के आठनेर के मांडवी गांव में मंगलवार शाम करीब 5 बजे 8 साल का मासूम तन्मय खेल-खेल में पड़ोसी के खेत में बने 400 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बोरवेल का ढक्कन खुला था। तन्मय बोरवेल में गिरकर 39 फीट पर फंस गया। खेत में पूजा करने आए तन्मय के मातापिता ने काफी देर तन्मय को नहीं देखा तो ढूंढ़ना शुरू किया।
पुलिस प्रशासन की टीम रेस्क्यू में जुटी
तन्मय की बहन ने बताया वो खेल रहा था तो बोरवेल में गिर गया। जिसके बाद आवाज लगाने पर बोरवेल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवार वालों ने फौरन बैतूल और आठनेर पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू में जुट गई।
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सीएम शिवराज ने ली इमरजेंसी मीटिंग
मंगलवार रात तक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर गई। सीएम शिवराज ने भी मंगलवार रात इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेस्क्यू के हालात की जानकारी ली। जिसके बाद बुधवार और गुरुवार को बोरवेल के पैरलल में करीब 44 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। हालांकि बुधवार से ही बच्चे में किसी तरह का मूवमेंट आना बंद हो गया। शुक्रवार को पैरलल गड्डे से करीब 10 फीट की सुरंग बनाने का मैनुअल काम शुरू किया गया।
7 फीट की सुरंग बनाई
शुक्रवार रात तक 7 फीट की सुरंग बना दी गई, लेकिन चट्टानों और पानी के रिसाव के चलते मैनुअल खुदाई में काफी दिक्कत और समय लग रहा है। मिट्टी धंसने की आशंका के चलते सुरंग की मैनुअल खुदाई की जा रही है। जबकि बोरवेल में फंसे बच्चे से महज 3 फीट का फासला बचा है। हालांकि रेस्क्यू टीम से ज्यादा गांव वालों ने जुटकर बच्चों को निकालने के लिए दिन-रात एक कर दिए। इस बीच मौके पर तमाम अधिकारों के अलावा शुक्रवार शाम सरकार के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार भी पहुंच चुके हैं।
रेस्क्यू की प्लानिंग में देरी हुई
मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि रेस्क्यू की प्लानिंग में देरी हुई, जबकि इतना विलंब नहीं होना चाहिए। इतना समय नहीं लगता, वजह चाहे चट्टाने हो या फिर जो भी लेकिन इतना विलंब नहीं होना चाहिए। जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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