MP Politics: विपिन श्रीवास्तव। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ ही महीने बाकि बचे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि सागर जिले के बीना विधानसभा में दो हफ्तों में कांग्रेस के दो बड़े नेता पहुंच चुके हैं। पिछले हफ्ते ही दिग्विजय सिंह ने सागर जिले में तीन दिन समीक्षा की थी। जबकि आज कमलनाथ बीना के दौरे पर थे। जहां उन्होंने एक बड़ा बयान भी दिया।
बूथ मैनेजमेंट कमजोर है: कमलनाथ
दिग्विजय सिंह ने कल सीहोर जिले में कहा था कि ‘जनता हमें वोट देना चाहती है, लेकिन हमारा संगठन कमजोर हैं। दिग्विजय सिंह के इस बयान पर जब कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने भी दिग्विजय सिंह की बात से सहमति जताई। उन्होंने सीधे तौर पर स्वीकार किया है कि कांग्रेस पार्टी का बूथ मैनेजमेंट और संगठन कमजोर है, कमलनाथ ने कहा कि हमारा मुकाबला बीजेपी के संगठन से हैं।
कमलनाथ ने कहा की दिग्विजय सिंह ने यह कहा है हमारा संगठन कमजोर नहीं बल्कि हमारा बूथ मैनेजमेंट कमजोर है, हमारा मुकाबला केवल भाजपा से नहीं बल्कि भाजपा के संगठन से भी है। हमारा संगठन अब मजबूती की तरफ जा रहा है। बूथ लेवल को भी हम लोग सशक्त बनाएंगे सबसे भारी बूथ प्रभारी हो गए हैं।
बीजेपी पर साधा निशाना
कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मध्यप्रदेश अंदर से खोखला हो गया है। यहां की तमाम योजनाएं अब खोखली योजनाए हैं। आगे कमलनाथ ने कहा की शिवराज जी घोषणा की मशीन है मैं घोषणा की राजनीति पर विश्वास नहीं करता।
बता दें कि सागर जिले की बीना विधानसभा सीट पर कांग्रेस को पिछले कुछ चुनावों से लगातार हार मिल रही है। ऐसे में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ खुद बीना सीट को लेकर सक्रिए हैं। क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस को करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में कांग्रेस इस बार बीना में पूरा जोर लगाती नजर आ रही है।
बीजेपी ने कसा तंज
चुनाव से पहले संगठन की कमजोरी को बयां करते दिग्विजय के इस बयान के बाहर आते ही भाजपा को न केवल दिग्विजय सिंह को बल्कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को भी घेरने का मौका मिल गया। सामने आए सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग और कहा दिग्विजय सिंह का यही स्टाइल है, संगठन के मुखिया कमलनाथ है संगठन को कमजोर बताकर वह कमलनाथ पर हमला बोल रहे हैं।
ऐसे में जब 15 महीने मुख्यमंत्री रह चुके कमलनाथ के पास, सरकार गिर जाने के बाद भी कांग्रेस को 2023 के चुनाव में जिताने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से है, दिग्विजय सिंह का यह बयान कांग्रेस की जमीनी असलियत दिखाने के साथ-साथ अंदरूनी राजनीति को भी दिखा रहा है।