Jabalpur News: भारत 2024 में अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी में है। यह दिन भारतीय इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश हुकूमत से आजादी प्राप्त की थी। स्वतंत्रता दिवस की इस खास घड़ी को यादगार बनाने के लिए जबलपुर में नर्मदा नदी में एक विशेष तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया।
नर्मदा नदी में 8 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा
आजादी के एक दिन पहले जबलपुर में नर्मदा नदी में 8 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा जिलहरी घाट से शुरू होकर तिलवारा घाट पर समाप्त हुई। यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जिनमें बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल थे।
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100 से अधिक तैराकों का जज्बा
इस यात्रा की विशेष बात यह रही कि इसमें 100 से अधिक तैराक एक हाथ में तिरंगा झंडा लेकर और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाते हुए दिखाई दिए। यात्रा में तैराकों का उत्साह और देशभक्ति की भावना देखते ही बनती थी। इस यात्रा का आयोजन हर साल स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले किया जाता है और इसमें शहर के प्रोफेशनल तैराक शामिल होते हैं।
5 साल की बिटिया भी शामिल
इस तिरंगा यात्रा में एक 5 साल की मासूम बिटिया भी शामिल हुईं, जो यात्रा की युवा टीम का हिस्सा बनकर देशभक्ति का संदेश फैलाने में लगीं। इस आयोजन के माध्यम से देशवासियों में राष्ट्रीय भावना को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
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सुरक्षा के विशेष इंतजाम
सुरक्षा की दृष्टि से, होमगार्ड के जवान तैराकों के साथ थे, जो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे। यात्रा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिन्होंने तैराकों के जज्बे और उनके देशभक्ति के प्रदर्शन को देखकर सराहा।
लोगों के रिएक्शंस और आयोजन की महत्ता
तिरंगा यात्रा को देखकर लोगों में देशभक्ति की भावना और भी मजबूत हो गई। यह आयोजन स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों को जोड़ने और उन्हें अपने देश के प्रति गर्व महसूस कराने का एक इम्पोर्टेन्ट माध्यम बना। जबलपुर की यह तिरंगा यात्रा हर साल की तरह इस बार भी अपने उद्देश्य में सफल रही और भारतीय स्वतंत्रता की भावना को जीवित रखने का काम किया।