Sunder Lal Patwa Birth Centenary Year: पूर्व मुख्यमंत्री परम श्रद्धेय सुंदर लाल पटवा जी की जन्म शताब्दी वर्ष पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम किया। : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पद्म विभूषण से सम्मानित स्व. सुंदरलाल पटवा ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क सहित अनेक योजनाओं के निर्माण और क्रियान्वयन में अमूल्य सहयोग दिया।
भोपाल में वीआईपी मार्ग के निर्माण में उन्होंने दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए कार्य पूर्ण करवाया। सुशासन स्थापित करने के लिये उन्होंने विशेष योगदान दिया। स्व. पटवा की स्मृति में उनके जन्म-शताब्दी वर्ष पर अलग-अलग प्रकल्प संचालित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत सुशासन पर आधारित व्याख्यान माला और स्मारिका के प्रकाशन के कार्य होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. पटवा की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
मुख्यमंत्री यादव सोमवार को स्व. सुंदरलाल पटवा के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री यादव ने विधायक सुरेंद्र पटवा के निवास पर जाकर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. पटवा के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। मुख्यमंत्री यादव ने इस अवसर पर स्व. सुंदरलाल पटवा की धर्मपत्नी फूलकुंवर पटवा से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
पूर्व मुख्यमंत्री, परम श्रद्धेय सुंदरलाल पटवा जी की जन्म शताब्दी वर्ष पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता कर उन्हें सादर नमन किया। उनकी वाकपटुता और तर्कशक्ति से प्राप्त मार्गदर्शन हम सभी के स्मृतिपटल से विस्मृत नहीं हो सकेगा।
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— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 11, 2024
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि स्व. सुन्दरलाल पटवा की स्मृति में आगामी एक वर्ष तक विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां संचालित की जाएंगी। सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्व. पटवा के कृतित्व, व्यक्तित्व और कार्यशैली से प्रभावित रहे हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि स्व. सुंदरलाल पटवा “प्रजामंडल’’ और “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’’ से जुड़े रहे। वे साल 1957 में पहली बार विधायक बने। उन्होंने निर्वाचनों में लगातार विजय प्राप्त की। प्रतिपक्ष के नेता रहते हुए सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने बस्तर से झाबुआ तक लगभग तीन हजार किलोमीटर की पद यात्रा तय की। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मेरी यादें उनके साथ जुड़ी हैं।
कई बातें उनसे सीखने को मिलीं। उनका आत्मविश्वास माउंट एवरेस्ट की चोटी से भी ऊंचा था। उन्होंने अपनी धाक और साख बनाई। वे प्रखर वक्ता थे। स्वाध्याय का ध्यान रखते थे। कार्य में डूबे रहना उन्हें पसंद था। उनका मानना था कि क्षेत्रीय विकास पर लगातार ध्यान देना चाहिए, इसके साथ ही अपने निर्वाचन क्षेत्र के अलावा व्यापक स्तर पर जन कल्याण के कार्यों में भी संलग्न रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि हमारे लिए राजनीति व्यवसाय नहीं बल्कि सेवा है। स्व. सुंदरलाल पटवा का मानना था कि राजनीतिक क्षेत्र में भी बेहतर कार्य करते हुए खुद को परिष्कृत करते रहना चाहिए। वे निडर, परमार्थी और पुलिस सहित प्रशासनिक अमले का मनोबल बनाए रखने में विश्वास रखते थे।
राजनीति में छोड़ी अमिट छाप- मुख्यमंत्री यादव
साल 1992 के सिंहस्थ के लिए उन्होंने 100 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की थी, जबकि इसके पहले 1980 के सिंहस्थ में मात्र एक करोड़ रुपए की राशि तत्कालीन सरकार ने मंजूर की थी। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि हाल ही में मंदसौर और नीमच में मेडिकल कॉलेज शुरू हुए हैं, जिनका नामकरण 2 दिग्गज नेताओं स्व. सुंदरलाल पटवा और स्व. वीरेंद्र कुमार सखलेचा के नाम पर किया गया है।
इस अवसर पर सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने भी स्व. सुंदर लाल पटवा को श्रद्धांजलि दी और उनसे जुड़े संस्मरण सुनाए। सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि स्व. सुंदर लाल पटवा ने राजनीति में अमिट छाप छोड़ी है। प्रदेश के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। विधायक सुरेंद्र पटवा ने कहा कि स्व. सुंदर लाल पटवा ने भोजपुर क्षेत्र के विकास के लिए भी कई योजनाएं संचालित कीं।
आज की पीढ़ी उनके बताए मार्ग पर चले, यह जरूरी है। सुरेंद्र पटवा ने नागरिकों और कार्यकर्ताओं की ओर से भी मुख्यमंत्री यादव और अन्य अतिथियों का स्व. सुंदरलाल पटवा के जन्म शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में पधारने पर आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर स्व. सुंदर लाल पटवा की स्मृति में भजन संध्या का भी आयोजन हुआ। कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, मत्स्य विकास राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार और अन्य अनेक जन प्रतिनिधि मौजूद थे।
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