MP News: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की जिला अस्पताल में लेजर मशीन से पहला सफल ऑपरेशन हुआ है। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी खुशी जताई है। खास बात यह है कि लेजर मशीन से ऑपरेशन शुरू होने से जिले के आम आदमियों को बहुत फायदा मिलेगा। क्योंकि उन्हें ऑपरेशन का बढ़े खर्चों से निजात मिलेगी।
सरकारी अस्पतालों में पहली मशीन
दरअसल, जिला अस्पताल रायसेन को मिली लेजर मशीन से शासकीय अस्पताल में डीएलपीएल ऑपरेशन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने यह मशीन उपलब्ध कराई गई थी। यह मशीन प्रदेश के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कालेज में पहली मशीन है।
ऑपरेशन रहा सफल
लेजोट्रक्स एनोरेक्टल नामक यह लेजर मशीन से सीएमएचओ तथा सर्जिकल विशेषज्ञ डॉ दिनेश खत्री ने डीएलपीएल पद्धति से भगंदर का ऑपरेशन किया गया। रायसेन निवासी मरीज अनिल कुमार सेन पिछले पांच सालों से भगंदर की बीमारी से परेशान थे, जिनका सफल ऑपरेशन किया गया। एनिस्थिसिया डॉ अनिल ओड ने दिया था। इसमें सभी डॉक्टरों का भी सहयोग रहा।
सस्ता होगा इलाज
सीएमएचओ डॉ खत्री ने बताया कि डबल ओपनिंग वाला भगंदर बहुत ही कष्टदायी माना जाता है। उन्होंने बताया कि आज देश मे 60 से 70 प्रतिशत लोग पायल्स, भगंदर जैस रोगों से पीड़ित है। सरकारी अस्पतालों में यह इलाज न होने के कारण निजी अस्पतालों में इसके लेजर ऑपरेशन में 40 हजार से एक लाख रुपए तक का खर्च आता है। जो आम व्यक्ति के लिए संभव नहीं है। केवल बड़े निजी अस्पतालों में ही यह सुविधा उपलब्ध होती है, जहां खर्चा बहुत ज्यादा होता है, इस ऑपरेशन का खर्च लगभग एक लाख रूपए आता है। लेकिन यह मशीन आने से आम लोगों को बहुत फायदा होगा।