CM Mohan Yadav Big Announcement: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बीते दिन भोपाल के टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में आयोजित भोपाल मेले में पहुंचे। यहां उन्होंने दीप जलाकर मेले का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्राचीन मेले हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मेलों और उत्सव संस्कृति को हमेशा प्रोत्साहित करेंगी। इसके लिए राज्य सरकार मेले के आयोजन से जुड़े सुझावों पर जरुरी कदम उठाएगी। साथ ही तीर्थ मेला प्राधिकरण के जरिए मेलों के आयोजन को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के टी.टी. नगर स्थित दशहरा मैदान में आयोजित “भोपाल उत्सव मेले” का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आकाश में रंग-बिरंगे गुब्बारे भी छोड़े।@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #भोपाल_उत्सव_मेला #Bhopal pic.twitter.com/ujPcB9vEub
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भोपाल का गौरवशाली इतिहास
इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल के गौरवशाली इतिहास के बारे में बात करते हुए कहा कि राजा भोज की तरफ से बनाया गया विशाल सरोवर भी भोपाल में है। इसके अलावा सम्राट विक्रमादित्य से का भी यहां से एक खास रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की। भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन के गुरुकुल से शिक्षा हासिल की। वहीं चित्रकूट में भगवान श्रीराम ने अपना लंबा समय बिताया। जब मंदिरों को ध्वस्त किया जा रहा था, उस दौर में लोकमाता अहिल्या देवी ने देव स्थान संस्कृति को स्थापित किया।
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वीरांगना रानी दुर्गावती का शौर्य
वहीं वीरांगना रानी दुर्गावती का शौर्य किसी से भी छुपा नहीं है। उन्होंने लगातार 51 युद्ध जीते थे और आखिरी 52वें युद्ध में विपरीत परिस्थतियां बन जाने पर हार स्वीकार करने की जगह उन्होंने अपना आत्म बलिदान किया। सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश ऐसे अनेकों राष्ट्रभक्तों और कुशल शासकों का इतिहास समेटे हुए है। इन्हें आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के जरिए आज की युवा पीढ़ी को समृद्ध और गौरवशाली इतिहास की जानकारी दी जा रही है।