रांची: झारखंड की उपराजधानी दुमका में 19 साल की लड़की की जिंदा जलाकर हत्या मामले में उसके पिता का बयान सामने आया है। मृतका अंकिता के पिता ने कहा कि अगर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो आज मुआवजा घोषित किया है, अगर उन्होंने इसे पहले दिया होता तो शायद मेरी बेटी जिंदा होती।
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अंकिता के पिता संजीव सिंह ने कहा, “मेरी बेटी जिंदा होती अगर सीएम ने पहले मुआवजा दिया होता। हम उसे बेहतर इलाज के लिए ले जा सकते थे।” बता दें कि हेमंत सोरेन ने मृतका के परिजनों को आज 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की, जबकि एक दिन पहले यानी रविवार को रांची रिम्स में इलाज के दौरान अंकिता ने दम तोड़ दिया था।
90 फीसदी झुलस गई थी अंकिता
घटना 23 अगस्त की है, जब एक तरफा प्यार के मामले में आरोपी शाहरुख ने अंकिता के कमरे की खिड़की से पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया था। इस दौरान अंकिता 90 फीसदी झुलस गई थी। वारदात के बाद अंकिता को पहले दुमका के अस्पताल में भर्ती कराया था जिसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे रांची रिम्स रेफर किया गया था। पांच दिन बाद यानी 28 अगस्त को इलाज के दौरान अंकिता ने दम तोड़ दिया था।
पुलिस को दिए बयान में अंकिता ने दी थी ये जानकारी
अस्पताल में इलाज के दौरान अंकिता ने पुलिस को अपना बयान दिया, जिसमें उसने कहा कि आरोपी ने करीब 10 दिन पहले उसके मोबाइल पर फोन किया और उसने कहा कि मैं तुम्हें अपना दोस्त बनाना चाहता हूं। अंकिता ने बताया कि आरोपी शाहरुख ने मुझे सोमवार रात करीब 8 बजे फिर से फोन किया और मुझसे कहा कि अगर मैंने उससे बात नहीं की तो वह मुझे मार डालेगा।
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मंगलवार को आरोपी के परिजनों से बात करने वाले थे अंकिता के पिता
अंकिता ने कहा कि मैंने अपने पिता को शाहरुख की धमकी के बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वह मंगलवार को आरोपी शाहरुख के परिवार से बात करेंगे। खाना खाकर हम सोने चले गए। मैं दूसरे कमरे में सो रही थी। इसी दौरान शाहरुख ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। बता दें कि पुलिस ने आरोपी शाहरुख और उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है।
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