Gujrat Mansoon: कच्छ के बाद अब सूरत में मानसून की एंट्री हो गई है। पहले दिन ही मानसून ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 22 जून की रात से ही बारिश शुरू हो गई। सोमवार सुबह 8 बजे से 10 बजे के बीच 5.5 इंच बारिश दर्ज की गई। 10 बजे से 12 बजे तक 2 इंच और 12 से 2 बजे के बीच 1.5 इंच बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। प्रशासन ने मोर्चा संभालना शुरू कर दिया है। सुबह से कुल 9 इंच बारिश दर्ज हुई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उनके घरों में तीन-तीन फीट तक पानी भर गया है। सुबह से बच्चे भी भूखे हैं, क्योंकि घर में पानी घुसने के कारण खाना नहीं बन पाया है। लोग काफी परेशान हैं और प्रशासन से तत्काल राहत की मांग कर रहे हैं।
एलपी सवानी सर्कल के पास ट्यूशन क्लास में 8 बच्चे फंस गए थे। वहीं सरथाना फायर स्टेशन के पास मारुति वैन में 5 बच्चे फंस गए थे। रेस्कयू टीम ने समय रहते सभी बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को भेजा घर
सोमवार सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण कलेक्टर ने निर्देश दिए कि स्कूलों की पहली पाली के बच्चों को जल्दी घर भेजा जाए और दोपहर की पाली के बच्चों को छुट्टी दे दी जाए। इसी वजह से शहर की सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
बस सेवाएं और व्यापार प्रभावित
सूरत सेंट्रल बस स्टेशन से चलने वाली एसटी बस सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। ड्राइवरों को निर्देश दिया गया है कि वे पानी भरे इलाकों में बस न ले जाएं। वराछा, अडाजन समेत कई इलाकों में जलभराव के कारण बेसमेंट में स्थित दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है।
कई सड़कें हुईं बंद
भारी बारिश के चलते कई मुख्य सड़कें बंद करनी पड़ी थीं। हालांकि, नगर निगम ने हालात पर काबू पाने के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) से मॉनिटरिंग की और ऋषभ चार रास्ता, गुजरात गैस सर्कल, गल्ला मंडी जैसे इलाकों की सड़कें दोबारा खोल दी गई हैं। रांदेर ज़ोन के अडाजन पाटिया, धनमोर कॉम्प्लेक्स, प्राइम आर्केड, मोटा भागल, सुभाष गार्डन, रांदेर रोड, साईं आशीष वेजिटेबल मार्केट जैसे इलाकों में पानी हटाकर सड़कें फिर शुरू की गईं। सैयदपुरा, होडी बंगला, कतारगाम के गोटालावाड़ी इलाके की सड़कें भी फिर से चालू कर दी गई हैं।
धरने पर बैठीं विपक्ष नेता
सूरत के पुना इलाके में भारी बारिश के कारण लोगों के घरों में पानी घुस गया है। इस समस्या से परेशान होकर स्थानीय लोगों और विपक्ष की नेता पायल साकरिया के नेतृत्व में धरना शुरू किया गया है। पायल साकरिया ने कहा कि जब तक पानी की निकासी नहीं होगी, तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।