25 मार्च को दिल्ली बजट 2025 पेश किया गया। दिल्ली में भाजपा सरकार ने ये बजट 26 साल बाद बजट पेश किया है। इसमें कई बड़े ऐलान किए गए। इस बजट को लेकर विधानसभा नेता विपक्ष आतिशी ने स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने कई सवाल उठाए हैं। आतिशी का कहना है कि बजट पर चर्चा के लिए कम समय दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि चर्चा के लिए बस एक घंटे का ही समय क्यों दिया गया? इसके अलावा उन्होंने कहा कि बजट में ऐसा क्या है जिसे सरकार छुपाना चाह रही है? आतिशी ने इकॉनमिक सर्वे पेश न करने पर भी सवाल उठाए हैं। जानिए उन्होंने चिट्ठी में और क्या कुछ लिखा?
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को लिखी चिट्ठी
आतिशी ने दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को चिट्ठी लिखकर बजट पर कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा कि ‘कल मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा में वार्षिक बजट 2025-26 पेश किया। उन्होंने कहा कि आप एक अनुभवी विधायक और उससे भी अधिक अनुभवी जनप्रतिनिधि हैं। इसके नाते आप अच्छे से जानते हैं कि बजट अनुमान किसी भी विधानसभा में पेश किया जाने वाला सबसे खास दस्तावेज होता है। इसे पेश किए जाने के बाद, इस पर कई दिनों तक चर्चा की जाती है। चर्चा में दोनों पक्षों के विधायक अपने-अपने विचार रखते हैं। बजट को विधानसभा द्वारा अंतिम रूप से पारित किए जाने से पहले वित्त मंत्री उन सभी मुद्दों पर जवाब देते हैं।’ आतिशी ने आगे लिखा कि ‘यह चर्चा और बहस न केवल विधायकों के लिए जरूरी होती है, बल्कि इस पर दिल्ली के मतदाता और देश भर के लोग भी बारीकी से नजर रखते हैं।’
केवल एक घंटा चर्चा क्यों?
आतिशी ने बजट पर एक घंटा चर्चा होने पर कहा कि ‘इस तरह से बजट पर चर्चा कैसे हो सकती है? क्या 70 विधायकों वाली विधानसभा सालाना बजट पर चर्चा करने में बमुश्किल एक घंटा लगाएगी?’ उन्होंने आगे कहा कि ‘ऐसा लगता है कि सरकार बजट पर लंबी चर्चा से सरकार बचना चाहती है, जो बेहद चिंताजनक है।’ इसके अलावा उन्होंने आर्थिक सर्वेक्षण पेश न करने को लेकर भी सवाल उठाए। जिसमें कहा गया कि ‘सरकार ने सभी संसदीय परंपराओं के खिलाफ जाकर आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं किया। इसके अलावा बजट पर चर्चा को दूसरे मुद्दों के बीच में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि बजट पर चर्चा के लिए कितना समय दिया जाएगा।’
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