Delhi Air Pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को घोषणा की कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की ओर से आदेश दिया गया था जिसे लागू करने का फैसला किया है।
एक संवाददाता सम्मेलन में गोपाल राय ने कहा कि मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 1 नवंबर से हवा की गति 4-5 किमी प्रति घंटे होगी और यह अनुमान लगाया गया है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 (गंभीर) को पार कर सकता है। हमने सभी निर्माण प्राधिकरणों पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, रेलवे, डीडीए के साथ बैठक की और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने आज CAQM के आदेश को लागू करने का फैसला किया।
राय ने जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत लागू किए जाने वाले उपायों पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। राय ने यह भी कहा कि कार्यान्वयन की निगरानी के लिए सरकार ने एक मजबूत निगरानी प्रणाली बनाई है। उन्होंने कहा कि 586 टीमों का गठन किया है जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हैं। ये टीमें निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध के क्रियान्वयन पर नजर रखेंगी।
राय ने कहा कि निर्माण प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो रेल सहित अन्य परियोजनाओं पर लागू नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चरण III के तहत, अधिकारियों को आवश्यक परियोजनाओं और गैर-प्रदूषणकारी गतिविधियों जैसे प्लंबिंग, बढ़ईगीरी, आंतरिक सजावट और बिजली के कार्यों को छोड़कर, एनसीआर में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया है।
योगी प्रशासन से सीएनजी बसें चलाने का आग्रह किया
इस कदम से नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और अन्य क्षेत्रों में आवास परियोजनाओं को प्रभावित करने की संभावना है। क्षेत्र में खनन गतिविधियों की अनुमति नहीं होगी। वहीं, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश की डीजल बसों को जिम्मेदार ठहराते हुए राय ने योगी आदित्यनाथ प्रशासन से दिल्ली-एनसीआर में सीएनजी बसें चलाने का भी अनुरोध किया।
बता दें कि दिल्ली में रविवार की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी की एयर क्वालिटी दर्ज की गई। पूर्वानुमानकर्ताओं ने कहा कि धीमी हवा की गति और पराली जलाने में वृद्धि हवा की गुणवत्ता को ‘गंभीर’ क्षेत्र में धकेल सकती है।
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सुबह नौ बजे 367 रहा। शनिवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 397 था, जो जनवरी के बाद सबसे खराब है। गुरुवार को यह 354, बुधवार को 271, मंगलवार को 302 और सोमवार (दिवाली) को 312 थी।
आनंद विहार (एक्यूआई 468) राजधानी का सबसे प्रदूषित स्थान रहा। वजीरपुर (412), विवेक विहार (423) और जहांगीरपुरी (407) उन निगरानी स्टेशनों में शामिल थे, जिन्होंने वायु गुणवत्ता “गंभीर” दर्ज की।
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केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली एक पूर्वानुमान एजेंसी सफर ने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी शनिवार को बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई, जो इस साल अब तक का सबसे अधिक है।
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