Delhi Budget Session: दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र का शुक्रवार को हंगामेदार तरीके से आगाज हुआ। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के अभिभाषण के दौरान बीजेपी के विधायकों ने हंगामा किया। जिसके बाद उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया। विधानसभा में अभिभाषण के दौरान एलजी वी.के सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल सरकार की तारीफ की।
LG ने की AAP सरकार की तारीफ
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि आठ सालों में सरकार ने हर मोर्चे पर बेहतर काम किया है। दिल्ली में मजबूत अर्थव्यवस्था के गुण हैं। दिल्ली का जीडीपी 4 प्रतिशत बढ़ गया है। सरकार ने दिल्लीवालों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं। बुनियादी ढांचे के साथ शिक्षापूर्ण गुणवत्ता आई है। स्कूलों का परीक्षा परिणाम बेहतर हुआ है। दिल्ली का अपना बोर्ड बनाया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने अच्छे काम किए
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा-कई बाधाओं के बाद भी केजरीवाल सरकार ने अच्छे काम किए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने अच्छे काम किए। 10th और 12th में शानदार नतीजा आया। सरकार ने DBSE बोर्ड की स्थापना की। दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी का दूसरे चरण का कार्य पूरा हो गया है। एलजी वी.के सक्सेना ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सामाजिक सुरक्षा और कल्याण, वृद्धावस्था सहायता योजना के तहत 4.08 लाख को पेंशन दी। एक लाख से ज्यादा लोगों को विशेष आवश्यक पेंशन का भुगतान किया। 3.50 लाख संकटग्रस्त महिलाओं को भी वित्तीय सहायता प्रदान की।
एलजी वी.के सक्सेना ने कहा- दिल्ली में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत शानदार काम हुआ है। दिल्ली में 38 मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, 522 मोहल्ला क्लिनिक बनाए गए हैं। नए अस्पतालों में 16 हजार नए बेड जोड़े जाएंगे। दिल्ली में केजरीवाल सरकार सभी को स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करेगी। ऊर्जा के क्षेत्र के बारे में बताते हुए एलजी वी.के सक्सेना ने कहा कि 200 यूनिट तक फ्री बिजली, 201 से 400 तक यूनिट वालों को सब्सिडी मिल रही है। दिल्ली में 29 जून को पीक बिजली डिमांड पूरी की गई। दिल्ली में बिजली दर पड़ोसी राज्य में सबसे कम है। ये अच्छी बात है।
ये हमारी सरकार है, रिश्ते कैसे टूटेंगे’?
अभिभाषण पढ़ते हुए शायराना अंदाज में एलजी विनय सक्सेना ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि बोलने की कुछ मर्यादाएं होती है, जो टूटी हैं। एक बात कहना चाहूंगा जो पेड़ ने हवा के लिए कही है। रोज गिराती यह पत्ते मेरे, लेकिन फिर भी हवाओं से टूटते नहीं हैं रिश्ते मेरे। ये हमारी सरकार है, रिश्ते कैसे टूटेंगे’?