Bihar Special Status: बिहार में इन दिनों राजनीतिक पारा चरम पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव तक ने केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। इसे लेकर बीजेपी और जदयू, राजद नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग जारी है। नीतीश कैबिनेट ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग का प्रस्ताव भी पारित किया है। अब, इसी को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है जब कांग्रेस की सरकार थी तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला।
विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर क्या बोले सुशील मोदी?
सुशील मोदी ने बिहार के पिछड़े होने का आरोप कांग्रेस, राजद और जदयू पर लगाया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”75 साल Congress, RJD, JDU अलग-अलग और अब एक साथ मिलकर राज कर रहे हैं, इसके बावजूद हर मानक पर बिहार सबसे पिछड़ा है तो इसके लिए यही लोग जिम्मेवार हैं।”
उन्होंने ये भी कहा, ”नीतीश – लालू केंद्र में ताकतवर मंत्री थे। इन लोगों ने केंद्र में रहते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाया? 1.5 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर से डॉक्टर मनमोहन सिंह को ज्ञापन, रामलीला मैदान में रैली के समय केंद्र में किसकी सरकार थी। लालू के समर्थन से केंद्र सरकार चल रही थी। उस समय नीतीश कुमार ने आरोप लगाया था कि लालू यादव ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा रुकवा दिया।”
भाजपा सांसद ने तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लिया
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, ”तेजस्वी यादव अपने पिता से पूछे कि उन्होंने क्यों रुकवा दिया? क्यों नहीं होने दिया? Congress बताए कि 2004 से 2014 तक UPA की सरकार थी, उस समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला?
– 75 साल Congress, RJD, JDU अलग-अलग और अब एक साथ मिलकर राज कर रहे हैं, इसके बावजूद हर मानक पर बिहार सबसे पिछड़ा है तो इसके लिए यही लोग जिम्मेवार है
नीतीश – लालू केंद्र में ताकतवर मंत्री थे। इन लोगों ने केंद्र में रहते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाया
1.5…
— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) November 23, 2023
समिति ने मांग को कर दिया था अस्वीकार
मोदी ने उस बात को भी याद दिलाया है, जिसमें नीतीश कुमार की पहल पर Inter Ministerial Group तथा रघुराम राजन समिति का गठन कांग्रेस सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य की दर्जा देने वाली मांग पर विचार करने हेतु किया गया था। हालांकि, दोनों समितियों ने विशेष राज्य की दर्जे की मांग को अस्वीकार कर दिया था।
ये भी पढ़ेंः गृह मंत्रालय में तैनात IAS रैंक के अफसर को पत्नी समेत हाजीपुर में लफंगों ने पीटा, बिहार पुलिस में हड़कंप
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने की पुनः मांग की।
देश में पहली बार बिहार में जाति आधारित गणना का काम कराया गया है। जाति आधारित गणना के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक स्थिति के आंकड़ों के आधार पर अनुसूचित जाति के आरक्षण सीमा को 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत, अनुसूचित…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 22, 2023
सुशील मोदी ने मांग को बताया चुनावी स्टंट
सुशील मोदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी विशेष राज्य के दर्जे के खिलाफ नहीं है, परन्तु अब यह अवधारणा ही समाप्त हो गई है। बता दें कि, 2002 के बाद देश में किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बिहार सरकार को मिले पैसे के आंकड़े भी दिए हैं। भाजपा सांसद ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने विशेष राज्य से जितनी मदद मिलती उससे ज्यादा बिहार को 1.5 लाख करोड़ के पैकेज के माध्यम से दिया है। सुशील मोदी ने बिहार सरकार के इस मांग को चुनावी स्टंट बताया है।