सौरव कुमार, पटना: मुजफ्फरपुर के महंत दर्शन दास महिला कॉलेज में हिजाब को लेकर जमकर हंगामा हुआ। प्रिंसिपल ने बताया कि कॉलेज में परीक्षा ली जा रही थी। इसी दौरान कुछ लड़कियां हिजाब पहने बैठी थीं। शिक्षक को ब्लूटूथ पहनने का शक हुआ तो छात्राओं को हिजाब हटाकर कान दिखाने को कहा। इतने पर वो भड़क गईं और परिवार को बुला लिया। छात्राओं का आरोप है कि शिक्षकों ने जबरन हिजाब हटाने को कहा। उन्हें देशद्रोही बताया और पाकिस्तान जाने को कहा।
अभी पढ़ें – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोले, देश का सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा बनेगा यह एयरपोर्ट
कॉलेज की छात्रा ने बताया कि कॉलेज में आज सेंटअप परीक्षा ली जा रही थी। इसी दौरान कुछ छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देने पहुंची। क्लासरूम में शिक्षक ने उन्हें हिजाब हटाने को कहा। कहा कि ब्लूटूथ लगाकर आई हो, हिजाब हटाओ। छात्राओं ने कहा कि आप महिला गार्ड को बुला लीजिए और जांच कर लीजिए अगर कोई भी आपत्तिजनक सामान निकला तो वे लोग बिना परीक्षा दिए चली जाएंगी। छात्राओं का आरोप है कि शिक्षक उनकी बातों को नहीं माने। कहने लगे की हिजाब हटाकर फेंक दो।
देशद्रोही तक कह डाला
छात्राओं ने शिक्षक शशिभूषण पर आरोप लगाया कि उन्होंने छात्राओं को देशद्रोही तक कह डाला। कहने लगे कि रहते हो यहां और गाते हो वहां का हो, पाकिस्तान ही चले जाओ। इसी बात को लेकर छात्राएं भड़क उठीं और जमकर हल्ला हंगामा होने लगा। फिर वे लोग बिना परीक्षा दिए बाहर निकल गईं और गेट पर प्रदर्शन करने लगीं। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ कनु प्रिया ने कहा कि ये सब माहौल खराब करने की एक साजिश है। कॉलेज का इतिहास काफी पुराना है। सभी इंटर की छात्राएं थीं। इन लोगों को मोबाइल हटाने और ब्लूटूथ हटाने को कहा गया था, लेकिन इन्होंने इसे अलग इशू बना लिया और धर्म से जोड़कर विवाद करने लगीं। ये बहुत ही शर्मनाक बात है। इन छात्राओं का एटेंडेंस भी 75 % से कम है।
मनगढ़ंत बात
अब तो शिक्षा मंत्री और यूनिवर्सिटी का निर्देश है कि कम पर्सेंट वाले छात्राओं को फाइनल एग्जाम में बैठने नहीं दिया जायेगा। ये लोग बेवजह का दबाव बना रहे हैं ताकि कॉलेज प्रशासन इनके सामने झुक जाए। हिजाब की कोई बात नहीं थी और ये जिस शिक्षक पर आरोप लगा रही हैं। उन्होंने देशद्रोही और पाकिस्तान जाने जैसी कोई बात नहीं कही थी। ये लोग मनगढ़ंत बात बनाकर बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं।
अभी पढ़ें – यह आयोजन लाएगा देश के 13500 किसानों और 1500 कृषि स्टार्टअप को साथ
सूचना मिलने पर मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत प्रसाद सिन्हा मौके पर महिला सिपाहियों को लेकर पहुंचे। छात्राओं को समझाने की कोशिश की। वे लोग वे पुलिस से भी जमकर उलझी और खूब वाद विवाद हुआ। कुछ देर बाद कॉलेज की प्राचार्या डॉ . कनु प्रिया पहुंचीं। उन्होंने किसी तरह सभी को समझाकर शांत कराया। छात्राएं शांत हुईं फिर एग्जाम देकर वहां से चुपचाप बाहर निकल गईं।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Edited By