अमिताभ ओझा
Bihar Caste Census : जेडीयू के अंदर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और मंत्री अशोक चौधरी का ममाला ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब जेडीयू के एक सांसद, अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल जेडीयू के सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातीय गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाए थे।
फिर से होगी तेली समाज की गणना
सांसद सुनील पिंटू ने कहा था कि तेली समाज को लेकर गणना की रिपोर्ट में, जो आंकड़े दिए गए हैं, वो गलत हैं, उन्होंने कहा था कि 8 अक्टूबर को पटना में तेली समाज की बैठक बुलाएंगे और उसमें समाज के लोगों से जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री से मिलेंगे। सुनील पिंटू ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर, तेली समाज की गणना फिर से कराने की मांग करेंगे। जातीय गणना की रिपोर्ट में तेली समाज की तादाद 2.81 प्रतिशत बताई गई है, जो सही नहीं है।
जेडीयू के नेता नाराज
जेडीयू के सांसद द्वारा उठाए गए सवाल पर अब जेडीयू के ही नेता नाराज हैं, बिहार सरकार के सूचना प्रसारण एवं जल संसाधन मंत्री संजय झा से जब पत्रकारों ने आज सुनील पिंटू के आरोपों पर जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि वे आजकल दूसरी जगह से गाइड हो रहे हैं। संजय झा ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट जारी करना, एक ऐतिहासिक काम है, जो नीतीश कुमार ने किया। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, हालांकि इससे पहले जेडीयू के ही प्रदेश महासचिव प्रगति मेहता ने भी धानुक समाज की कम संख्या होने को लेकर गणना पर सवाल उठाया था। बता दें कि प्रगति मेहता ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से धानुक समाज की गणना फिर से कराने की मांग की थी।
बीजेपी का दामन छोड़ जेडीयू में हुए थे शामिल
अधिक जानकारी देते हुए बता दें कि सुनील कुमार पिंटू सांसद बनने से पहले बीजेपी में थे और 2019 लोकसभा चुनाव के पहले नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके हैं, लेकिन ठीक चुनाव के पहले उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़ दिया और जेडीयू में शामिल हो गए, फिर उन्हें जेडीयू ने अपना उम्मीदवार बनाया था।