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बिहार

कौन हैं बच्चा राय? तेज प्रताप यादव के खिलाफ AIMIM ने बनाया उम्मीदवार, टॉपर्स घोटाले के हैं आरोपी

बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने महुआ सीट से बच्चा राय को प्रत्याशी बनाया है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. बच्चा राय , जिनका असली नाम डॉ. अमित कुमार है, बिहार टॉपर घोटाले के मुख्य आरोपी रह चुके हैं और उन्हें राज्य का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया कहा जाता है. पहले राजद से जुड़े रहे बच्चा राय अब AIMIM के टिकट पर मैदान में हैं. यह फैसला तेज प्रताप यादव के लिए चुनौती बन गया है क्योंकि वे भी अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) से इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Avinash Tiwari Updated: Oct 5, 2025 16:55
Bachcha Rai
महूआ से चुनाव लड़ेंगे बच्चा राय

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अब राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं. इसी बीच AIMIM की तरफ से एक प्रत्याशी की घोषणा की गई है, जिसकी चर्चा दूर-दूर तक हो रही है. महुआ विधानसभा सीट से AIMIM की तरफ से बच्चा रायको उम्मीदवार बनाया गया है. आखिर कौन हैं बच्चा यादव, जिनकी वजह से बढ़ सकती है तेज प्रताप यादव की टेंशन!

बिहार की राजनीति में बच्चा राय का नाम कई विवादों से जुड़ा हुआ है. बच्चा राय को बिहार का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया माना जाता है. बच्चा राय का नाम बिहार टॉपर घोटाले में आया है, उन्हें ही मुख्य आरोपी बनाया गया है. बच्चा राय के इस घोटाले से बिहार की जमकर फजीहत हुई थी. अब बच्चा राय को महुआ विधानसभा सीट से AIMIM ने प्रत्याशी बनाया है तो महुआ सीट, बच्चा राय और AIMIM तीनों की चर्चा शुरू हो गई है.

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12वीं फेल के बावजूद बन गए प्रिंसिपल

बच्चा राय का असली नाम डॉ. अमित कुमार है. बच्चा राय 2 बार 12वीं में फेल हो चुके हैं. इसके बाद वह 1999 में अपने पिता के कॉलेज में प्रिंसिपल बन गए थे. बच्चा राय पर आरोप है कि उन्होंने अपने कॉलेज को ‘टॉपर बनाने की फैक्ट्री’ में तब्दील कर दिया. वह टॉपर बनाने के लिए 25,000 रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक लेने का आरोप है. हालांकि साल 2016 में उनकी इस फैक्ट्री का खुलासा तब हुआ जब बच्चा राय की रिश्तेदार रूबी राय इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉपर बन गई. हालांकि टॉपर बनी रूबी राय अपने विषयों के नाम तक नहीं बता पाईं. इसके बाद यह घोटाला सामने आ गया.

इस घोटाले के सामने आने के बाद बिहार का खूब मजाक बना था. विवाद बढ़ने पर बच्चा राय ने प्रिंसिपल पद छोड़ दिया. हालांकि बाद में वह फिर से इस कुर्सी पर बैठ गए. मामला कोर्ट में है और इस पर सुनवाई चल रही है. उन पर कई मामले दर्ज हैं लेकिन वह बेल पर बाहर हैं और किसी भी मामले में सजा नहीं मिली है.

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बच्चा राय पहले राजद से जुड़े हुए थे. वैशाली जिले में उन्हें पार्टी की तरफ से बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी. वह लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते थे और तेजस्वी-तेज प्रताप यादव भी उनके कार्यक्रम में शामिल होते थे. कहा जाता है कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाने की तैयारी की थी लेकिन वे कामयाब नहीं हुए. इसके बाद उन्होंने अब राजद छोड़कर AIMIM का दामन थाम लिया.

यह भी पढ़ें : बिहार में कब होगी वोटिंग? चुनाव आयोग ने बताया पोलिंग बूथ से लेकर काउंटिग तक का पूरा प्लान

बच्चा राय का AIMIM से महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान तेज प्रताप यादव के लिए नई चुनौती बन गया है. तेज प्रताप पहले ही राजद से बाहर किए जा चुके हैं और वह भी अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) से इसी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. माना जा रहा है कि इससे महुआ विधानसभा सीट पर चुनावी समीकरण बदलने वाले हैं और तेज प्रताप यादव के लिए बड़ी मुसीबत बनने वाले हैं.

First published on: Oct 05, 2025 04:47 PM

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