Banke Bihari Temple: उत्तर प्रदेश के वृंदावन स्थित श्रीबांके बिहारी मंदिर में शुक्रवार देर रात हुए हादसे के बाद अब कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। जारी हुए आदेश के मुताबिक 15 दिन में प्रकरण की जांच कर शासन को रिपोर्ट पेश की जाएगी। वहीं मंदिर सेवायतों के अनुसार, जिस वक्त मंदिर परिसर में हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त के परिजन मंदिर की बालकनी में मौजूद थे।
Uttar Pradesh | Enquiry committee constituted in the Mathura incident where 2 died from suffocation on Krishna Janmashtami in the Banke Bihari temple. Committee to investigate the circumstances under which incident happened, submitted report within 15 days. pic.twitter.com/5m3QmXpwnA
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 21, 2022
मंदिर परिसर में मची थी भगदड़, दो की हुई थी मौत
आपको बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर शुक्रवार देर रात श्रीबांके बिहारी मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई थी। हादसे में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मामले को शासन ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने आदेश पत्र जारी किया है। आदेश के मुताबिक जांच समिति के अध्यक्ष पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह को बनाया गया है। वहीं अलीगढ़ के मंडालयुक्त गौरव दयाल समिति के सदस्य हैं।
15 दिन में शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट
पूर्व अधिकारी और वर्तमान अधिकारी मौके का स्थलीय निरीक्षण करके 15 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए मंदिर की व्यवस्थाओं में क्या-क्या सुधार हो सकते हैं, इस पर भी अपने सुझाव देंगे। मंदिर के सेवायतों के मुताबिक हादसे के वक्त श्रीबांके बिहारी मंदिर के अंदर बालकनी में मथुरा डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त के परिवार वाले मौजूद थे। बालकनी की ओर जाने वाले रास्ते पर एक राजपत्रित अधिकारी की तैनाती की गई थी। सूत्रों के मुताबिक जब भगदड़ हुई तो अधिकारी ने किसी को भी ऊपर नहीं जाने दिया।