प्रशांत त्रिपाठी, मानस श्रीवास्तव: दिल्ली के जंतर-मंतर में चल रहे पहलवानों के धरने के बीच बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, बृजभूषण शरण सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन उन्होंने अब इससे इंकार कर दिया है। उनके बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने कहा- वह आज कोई बयान भी जारी नहीं करेंगे। अब वह 22 जनवरी के बाद अधिकारिक बयान जारी करेंगे।
लिखित बयान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे
सिंह 22 जनवरी के बाद लिखित बयान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसी दिन एजीएम के बाद मीडिया को सूचित किया जाएगा। शुक्रवार को लंबे इंतजार के बाद रेसलर शाम के वक्त पहुंचे खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने पहुंचे। रेसलर के आने से कुछ समय पहले खेल मंत्रालय के अधिकारी भी अनुराग ठाकुर के घर पर पहुंच गए। फिलहाल बातचीत जारी है। इस मीटिंग में रवि दहिया, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, सत्यव्रत समेत कुल 7 खिलाड़ी शामिल हैं।
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राजनीतिक साजिश बताया
इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि वह शुक्रवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश करेंगे। सिंह उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा के लोकसभा सांसद भी हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि वह राज्य के गोंडा जिले के नवाबगंज में कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। हालांकि अब उन्होंने इससे इंकार कर दिया है।
72 घंटे में देना है जवाब
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने पहलवानों के आरोपों पर WFI को गुरुवार को 72 घंटे के भीतर जवाब देने की समय सीमा दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि अगर WFI अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने में विफल रहता है, तो वह राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अनुसार महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा। समय सीमा शनिवार को समाप्त हो रही है।
ये हैं आरोप
पहलवानों ने WFI अध्यक्ष और महासंघ के कोचों द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन के आरोप लगाए हैं। बजरंग पुनिया ने कुश्ती महासंघ में पूर्ण परिवर्तन की मांग की है। विनेश फोगाट ने आरोप लगाया था कि WFI के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें ‘खोटा सिक्का’ कहने का भी आरोप लगाया।
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