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Kaalchakra: शिव तांडव स्तोत्र के पाठ से होगा महालाभ! पंडित सुरेश पांडेय से जानें महत्व

Kaalchakra News24 Today: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक माना जाता है। चलिए पंडित सुरेश पांडेय से जानते हैं शिव तांडव स्तोत्र के महत्व और पाठ के लाभ के बारे में।

Author Edited By : Nidhi Jain Updated: Feb 22, 2025 10:29
Kaalchakra News24 Today
शिव तांडव स्तोत्र का कब करें पाठ?

Kaalchakra News24 Today, Pandit Suresh Pandey: सनातन धर्म के लोगों के लिए भगवान शिव की पूजा का खास महत्व है। शिव जी की पूजा से साधक को धन, प्रेम और सुख की प्राप्ति है। यदि जीवन में कोई समस्या चल रही होती है, तो भी दूर हो जाती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जहां कुछ लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं, तो कुछ उन्हें विभिन्न चीजों का भोग भी लगाते हैं।

शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से भी शिव जी प्रसन्न होते हैं। शिव तांडव स्तोत्र भोलेनाथ के परम भक्त विद्वान रावण द्वारा रचित स्तोत्र है, जिसके बारे में आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको बताने जा रहे हैं।

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शिव तांडव स्तोत्र का महत्व

शिव तांडव स्तोत्र में तांडव शब्द तंदुल से बना हुआ है, जिसका अर्थ उछलना है। तांडव यानी पूरी ऊर्जा और शक्ति से उछलना होता है, जिससे दिमाग और मन शक्तिशाली हो सके। रोजाना शिव तांडव स्तोत्र का पाठ किया जा सकता है, जिसे पति-पत्नी दोनों कर सकते हैं। इसके पाठ से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है।

परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है। दांपत्य जीवन में प्रेम और आपसी समझ विकसित होती है। घर में धन-संपत्ति की कमी नहीं होती है। व्यक्ति का चेहरा तेजस्वी बनता है और उसके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

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शनि दोष से भी मिलती है मुक्ति!

जो लोग नियमित रूप से शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करते हैं, उन्हें वाणी सिद्धि की प्राप्ति होती है। खासतौर पर कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहता है। शनि को कला माना जाता है, जबकि शिव महाकाल हैं। ऐसे में व्यक्ति को शनि और महादेव दोनों का आशीर्वाद मिलता है। इसके अलावा शनि दोष और साढ़ेसाती से भी मुक्ति मिलती है। जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु दोष या पितृ दोष होता है, उनके लिए शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहता है। प्रदोष काल में शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना सबसे उत्तम माना जाता है।

आर्थिक संकट होता है कम!

शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है। कर्ज समाप्त होता है और नया कर्ज लेने की नौबत नहीं आती है। जिन लोगों की शादी नहीं हो रही है या प्रेम जीवन में किसी भी तरह की बाधा आ रही है, उनके लिए भी शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहता है।

यदि आप शिव तांडव स्तोत्र पाठ के लाभ और उससे जुड़े नियमों के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो इसके लिए ये वीडियो जरूर देखें।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Nidhi Jain

First published on: Feb 22, 2025 10:29 AM

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