Holi 2025: होली से एक दिन पहले होलिका जलाई जाती है, जिसे होलिका दहन कहते हैं। सनातन पंचांग के अनुसार, साल 2025 में होलिका दहन 13 मार्च की रात में किया किया जाएगा। अगले दिन यानी 14 मार्च, 2025 को गुलाल और रंग वाली होली खेली जाएगी। यहां बात होलिका दहन से जुड़ी है। प्रचलित परंपराओं और रिवाजों के अनुसार, होलिका दहन पर लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। आइए जानते है कि होलिका दहन के बाद उसकी राख के कुछ खास उपाय के बारे में, जिसे काफी शक्तिशाली माना गया है। कहते हैं, ये उपाय तंत्र विद्या की तरह अचूक होते हैं।
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होलिका दहन की राख से शनि होंगे शांत
होलिका दहन के बाद उसकी राख को शिवलिंग पर चढ़ाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शिवलिंग पर होलिका की राख अर्पित करने से शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव में कमी आती है। इनकी वजह से बिगड़े काम भी बनने लगते हैं। इसके साथ यदि आप राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव से पीड़ित है, तो उससे भी मुक्ति मिलती है। केवल इतना ही नहीं, बल्कि वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली आती है।
धन को खींचकर लाती है यह राख
होलिका दहन के बाद उसकी राख को केवल मामूली राख समझने की गलत न करें। यह राख धन के आने का रास्ता खोलती है। इसके लिए आप इस राख को एक लाल कपड़े में रखकर उसमें तांबे का एक छेद वाला सिक्का डाल दें और अच्छे से बांधकर तिजोरी या धन रखने की जगह पर रख दें। जल्द ही आपके घर में धन की बरकत होने लगेगी। होलिका दहन की राख के उपाय करने से घर में बरकत बनी रहती है, मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन में वृद्धि होती है।
स्वास्थ्य लाभ के लिए करें उपयोग
होलिका दहन की राख कोई आप स्वास्थ्य लाभ के लिए उपयोग कर सकते हैं। मान्यता है कि जो लोग आए दिन बीमार रहते हैं या बार-बार बीमार पड़ जाते हैं, उनको एक माह तक रोजाना इसकी राख का टीका अपने मस्तक पर लगाना चाहिए। इससे जल्द ही स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर दिखने लगता है और जल्द ही पूर्ण स्वास्थ्य लाभ हो जाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।