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World Music Day 2025: संगीत से करें मन का इलाज, जानिए म्यूजिक थैरेपी के असरदार तरीके

ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें जैसे ही दिमागी तनाव होता है, वे गाना सुनने लगते हैं, जिससे उनका मन शांत और स्ट्रेस फ्री हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि म्यूजिक थेरेपी हमारी सेहत के लिए काफी लाभदायक होती है? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं कुछ असरदार म्यूजिक थेरेपी के तरीकों के बारे में।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : News24 हिंदी Updated: Jun 20, 2025 16:29

World Music Day 2025: आज की भागदौड़ भरी और तनावपूर्ण जिंदगी में डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं बहुत आम हो गई हैं। ये परेशानियां आजकल हर दूसरे व्यक्ति को हो रही हैं। ऐसे में इलाज के साथ-साथ कुछ प्राकृतिक और प्रभावशाली तरीके अपनाना भी जरूरी हो गया है। म्यूजिक थेरेपी यानी संगीत के माध्यम से मन को शांति देना, एक ऐसा ही सरल और असरदार उपाय है। बहुत से लोग हैं जिन्हें संगीत सुनने से शांति मिलती है। संगीत हमारे मस्तिष्क और भावनाओं पर गहरा असर डालता है। यह न सिर्फ तनाव को कम करता है बल्कि मूड को बेहतर बनाकर आत्मविश्वास भी बढ़ाता है। म्यूजिक थेरेपी के कई तरीके होते हैं जो मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। तो आइए जानते हैं उनमें से कुछ असरदार म्यूजिक थेरेपी के तरीकों के बारे में जिन्हें आप भी अपना सकते हैं।

रिलैक्सेशन म्यूजिक थैरेपी

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रिलैक्सेशन म्यूजिक थैरेपी वह तकनीक है जिसे अधिकतर लोगों ने अपनाया होगा। इसमें तनाव और चिंता को कम करने के लिए धीमी और सुकून देने वाली धुनों का प्रयोग किया जाता है जैसे वाद्य संगीत, प्रकृति की आवाजें (बारिश, झरना) या मेडिटेशन म्यूजिक। इसे सुनने से मानसिक तनाव कम होता है और नींद भी बेहतर आती है।

एक्टिव म्यूजिक थेरेपी

एक्टिव म्यूजिक थेरेपी में व्यक्ति खुद गाना गाता है, कोई वाद्य यंत्र बजाता है या किसी ग्रुप एक्टिविटी में हिस्सा लेता है। इससे आत्म-अभिव्यक्ति होती है और नकारात्मक भावनाएं बाहर निकलती हैं, जिससे मन हल्का महसूस करता है और तनाव दूर होता है।

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गाइडेड इमेजरी विद म्यूजिक

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इस विधि में संगीत के साथ मानसिक कल्पनाओं को जोड़ा जाता है। कई बार लोग गाना सुनते समय एक कल्पनात्मक दुनिया में चले जाते हैं, जिससे आंतरिक भावनाओं को समझने और ठीक करने में मदद मिलती है। यह थेरेपी आत्मविश्लेषण और भावनात्मक उपचार में कारगर मानी जाती है।

गीत लेखन

इस तकनीक में व्यक्ति खुद अपनी भावनाओं को शब्दों और सुरों के माध्यम से व्यक्त करता है। गीत लेखन न केवल रचनात्मकता बढ़ाता है, बल्कि दिल की बातों को बाहर निकालने का जरिया भी बनता है। इससे मन हल्का होता है और तनाव भी दूर होता है।

संगीत सुनना

यह सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका है जिसमें व्यक्ति अपनी पसंद का संगीत सुनकर मन को सुकून देता है। ऐसा माना जाता है कि सही संगीत मूड को बेहतर करता है, प्रेरणा देता है और मानसिक थकान को कम करता है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

First published on: Jun 20, 2025 04:29 PM

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