PCOD Prevention Tips: बदलती लाइफस्टाइल के चलते खुद को फिट रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। जाने-अनजाने लोग कुछ ऐसी चीजें खा लेते हैं जिनका उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा घरेलू महिलाओं भी अपनी सेहत का विशेष ध्यान नहीं रखती है, जिससे उन्हें गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। इसी वजह से महिलाओं में पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज यानी पीसीओडी की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
पीसीओडी की समस्या सबसे ज्यादा महिलाओं में होती है। इस बीमारी में महिलाओं के शरीर में हार्मोंस असंतुलित होने लगते हैं, जिसकी वजह से ओवरी में अपने आप गांठ यानी सिस्ट बनने लगते है। जिन महिलाओं को ये समस्या रहती है वो कभी भी मां नहीं बन पाती है। इसके अलावा उनके पीरियड्स में अनियमित होने लगते है, जिसकी वजह से उन्हें कई और समस्याएं भी होने लगती हैं। आमतौर पर ये समस्या गलत खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण होती है, जिसे कुछ उपायों को अपनाकर कुछ ही दिनों में ठीक किया जा सकता है। आज हम आपको ये बताएंगे कि जीवनशैली में बदलाव करने से कैसे पीसीओडी के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा पीसीओडी से बचाव के उपायों के बारे में भी बताएंगे।
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पीसीओडी के खतरे को कैसे कम करें?
बता दें कि पीसीओडी के खतरे को जीवनशैली में बदलाव करके ठीक किया जा सकता हैं। आइए अब जानते हैं कि किन-किन सावधानियों को अपनाकर आप पीसीओडी के खतरे से बच सकते हैं।
- तले भुने खाने से परहेज करें
स्वस्थ जीवन शैली के लिए जरूरी है कि आप अपने डाइट को संतुलित बनाएं। इसके लिए तले भुने खाने से दूरी बनाएं और ज्यादा से ज्यादा अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट से युक्त चीजों को अपने आहार में शामिल करें।
- व्यायाम करें
खानपान के साथ-साथ आपको अपनी सेहत पर भी ध्यान देना होगा। इसके लिए नियमित रूप से व्यायाम करें। इससे आपकी सेहत तो अच्छी रहेगी ही। साथ ही आप गंभीर बीमारियों के होने का खतरा भी कम हो जाएगा।
- धूम्रपान और शराब से बचें
पीसीओडी की समस्या धूम्रपान और शराब के सेवन से बढ़ सकती है। इसलिए अगर पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं को कभी भी धूम्रपान और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए, नहीं तो इससे उनकी स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है।
- तनाव मुक्त रहें
आज के समय में ज्यादातर समस्याएं तनाव लेने से हो रही है। इसलिए छोटी-छोटी बातों पर तनाव लेने की जगह अपनी सेहत पर ध्यान दें। नहीं तो इससे बहुत ही कम समय में आप बीमार पड़ने लग जाएंगे।
- कैफीन का सेवन सीमित करें
पीसीओडी की समस्या में कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए, नहीं तो इससे समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा अत्यधिक कैफीन के सेवन से सिरदर्द के साथ-साथ उच्च रक्तचाप का खतरा भी बढ़ सकता है। वहीं गर्भवती महिलाओं के लिए तो कैफीन जानलेवा भी हो सकती है।
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Disclaimer: इसमें दी गई जानकारी पाठक खुद पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।