Alum Water Steam Benefits: भाप लेने से हमारी ओवरऑल हेल्थ सही रहती है। वैसे तो हम आमतौर पर स्टीम तब लेते हैं, जब सर्दी-जुकाम होता है या खांसी होती है। इसके अलावा, जो स्किनकेयर फॉलो करते हैं, वे भी समय-समय पर फेस स्टीम लेते हैं। भाप लेने के लिए लोग सिर्फ पानी या फिर पानी में अजवाइन और कपूर मिलाते हैं। इससे गला साफ होता है। जो लोग ब्यूटी के लिए स्टीम लेते हैं, वे उसमें रोज ऑयल, यूकोलिप्टस ऑयल या किसी और इसेंशियल तेल का यूज करते हैं। फिटकरी के फायदों के बारे में तो आपने सुना होगा पर क्या कभी इसकी भाप लेने के बेनिफिट्स के बारे में सुना है? आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में।
फिटकरी की भाप लेने के फायदे
माईउपचार डॉट कॉम की साइट पर एक रिपोर्ट के अनुसार, फिटकरी एंटीबैक्टीरियल होती है। इसे गर्म पानी में डालकर सांसें लेने से जर्म्स और बैक्टीरिया मरते हैं, जिससे संक्रमण का रिस्क कम होता है। फिटकरी की भाप के फायदों के बारे में हम आपको हेलोस डॉक्टर हिंदी नाम के यूट्यूब पेज की वीडियो द्वारा बता रहे हैं।
ये भी पढ़ें- हमेशा रहते हैं कब्ज से परेशान?
ये हैं Alum स्टीम बेनिफिट्स
1. स्किन प्रॉब्लम्स से छुटकारा- फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो स्किन पर होने वाली जलन, एक्जिमा और पिंपल्स को कम करने में मदद करती हैं। फिटकरी की स्टीम लेने से स्किन पोर्स साफ होते हैं और चेहरे की त्वचा सॉफ्ट होती है।
2. सांस की समस्याएं- फिटकरी की भाप लेने से सर्दी, खांसी, और अस्थमा जैसी सांस संबंधी बीमारियों से बचाव होता है। इस पानी की भाप लेने से नाक की नलियां खुलती है और सांस लेने में आसानी होती है। इससे गले की सूजन भी कम होती है। अगर सीने में बलगम जम रहा है, तो फिटकरी की भाप लेने से बलगम शरीर से बाहर निकल पाता है।
3. नाक में खुजली- पॉल्यूशन और धूल-मिट्टी से नाक में खुजली और इंफेक्शन हो जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको बाहर से आने के बाद नियमित रूप से फिटकरी वाले पानी की भाप लेनी चाहिए।
4. स्ट्रेस कम करें- फिटकरी की भाप लेने से दिमाग को शांति मिलती है और तनाव कम होता है। जिन लोगों को नींद न आने की समस्या रहती है, उन्हें भी पानी में फिटकरी मिलाकर भाप लेनी चाहिए।
5. दांतों और मसूड़ों की सेहत- फिटकरी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखते हैं। फिटकरी की भाप लेने से मुंह के अंदर बनने वाले बैक्टीरिया खत्म होते हैं, जिससे मुंह की बदबू, दांतों का दर्द या मसूड़ों में सूजन की समस्या दूर होती है।
ये भी पढ़ें- हाई ब्लड शुगर के 5 संकेत, भूलकर भी न करें इग्नोर
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।