भोजपुरी सिनेमा में इन दिनों पवन सिंह की पर्सनल लाइफ का विवाद काफी गरमाया हुआ है. पत्नी ज्योति सिंह के साथ उनका विवाद लंबे समय से है. तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है. लेकिन, बिहार चुनाव 2024 के ऐलान और पवन के बीजेपी में शामिल होने के बाद से ये विवाद एक बार फिर से गहरा गया है. आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला बढ़ता चला गया. ये तब शुरू हुआ जब ज्योति एक्टर के लखनऊ वाले घर उनसे मिलने के लिए पहुंची थीं, जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया था. एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें वह रोते हुए दिखी थीं. इस पर पवन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई भी दी और अपना पक्ष रखा. ऐसे में अब इसके बाद ज्योति ने भी अपना पक्ष मीडिया के सामने रखा है. चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
पहले पवन सिंह ने ज्योति के वीडियो पर रिएक्शन देते हुए इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखी. फिर इस पर ज्योति ने भी पलटवार किया. अब जब भोजपुरी स्टार ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा तो ज्योति सिंह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. साथ ही पवन के आरोपों का खुलकर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनका पवन के खिलाफ चुनाव लड़ने का इरादा नहीं है. ज्योति ने लखनऊ में हुई घटना के बारे में बात करते हुए कहा कि वह 5 अक्टूबर को पवन सिंह से मिलने के लिए उनके घर रहुंची थीं. वहां पुलिस नहीं थी. बल्कि गार्ड ने जाने से मना किया था कि वह ऊपर नहीं जा सकती हैं. ज्योति ने बताया कि पुलिस थाने ले जाने के लिए लगातार बोल रही थी. उन्होंने दावा किया कि प्रशासन ने वहां बुलाकर बदतमीजी की.
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चुनाव लड़ने पर ज्योति ने दिया पवन सिंह को जवाब
इसके साथ ही इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति ने पवन सिंह के उस आरोप का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि विधायिकी लड़ने के लिए वह गिर गई हैं. इस पर ज्योति ने कहा कि वह नहीं गिरी हैं. अगर उन्हें स्वीकार किया जाता है तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. वह परिवार से ना मिलने की शर्त को भी मानने के लिए तैयार हैं. लेकिन उनकी शर्त यही है कि वह उन्हें पत्नी के तौर पर स्वीकार कर लें. वहीं, टिकट के दावे पर ज्योति ने कहा कि वह खुद के लिए 15 साल से टिकट नहीं ले पाए तो वह किस मुंह से टिकट लेने जाएंगी. उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर पवन उन्हें पत्नी के तौर पर स्वीकार कर लेंगे तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. उनका इरादा पवन के खिलाफ चुनाव लड़ने का नहीं है.
ज्योति सिंह का दावा- ‘अबॉर्शन की दवा खिलाते थे’
पवन सिंह की वाइफ ज्योति ने बच्चे की बात पर भी जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि जो इंसान बच्चे के लिए तरसता है वो दवा नहीं खिलाता है. ज्योति ने अपने बयान में दावा किया है कि उन्हें अबॉर्शन के लिए दवा खिलाई गई है. उन्होंने पवन पर आरोप लगाया कि वह उन्हें गर्भपात कराने के लिए दवा खिलाते थे. ज्योति ने कहा कि अगर उन्हें बच्चा चाहिए होता तो दवा नहीं खिलाते. पवन सिंह की वाइफ ने ये भी कहा कि जब वह मना करती थीं तो उन्हें टॉर्चर किया जाता था. ज्योति ने ये भी दावा किया कि उन्होंने परेशान होकर एक बार स्लीपिंग पिल्स खा ली थी. उन्होंने 25 पिल्स खा ली थी. उनके अनुसार, उनका अंधेरी के अस्पताल में इलाज भी चला था.
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ज्योति सिंह ने की सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की मांग
इतना ही नहीं, ज्योति सिंह ने पवन के संग हुए लखनऊ विवाद के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की मांग भी की है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया. इसके साथ ही उन्होंने एक लंबी चौड़ी पोस्ट भी शेयर की. इसमें उन्होंने लिखा, ‘माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ आपको न्याय और इंसाफ के लिए पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में जाना जाता है. 5 अक्टूबर को मेरे साथ आपकी शासन की पुलिस विशेष रूप से थाना सुशांत गोल्फ सिटी, लखनऊ के SHO उपेन्द्र सिंह द्वारा जिस प्रकार का अभद्र और अपमानजनक व्यवहार किया गया, उन्होंने मुझे गहराई से आहत किया है.’
ज्योति सिंह ने पोस्ट में आगे लिखा, ‘एक पीड़ित महिला के साथ इस प्रकार की बदसलूकी यह दर्शाती है कि कुछ अधिकारी ‘जनसेवक’ होने के बावजूद जनता के साथ किस तरह का व्यवहार करते हैं. माननीय मुख्यमंत्री जी, एक ओर केंद्र और राज्य सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी को आगे बढ़ाओ’ जैसे नारों से महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की बात करती है, वहीं दूसरी ओर आपकी पुलिस ही एक बेटी के साथ दुर्व्यवहार कर उस नीति का मज़ाक बना रही है. मैं उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बेटी होने के नाते आपसे यह पूछना चाहती हूं कि क्या आज एक पत्नी अपने पति से मिलने जाए तो उस पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है? यह सिर्फ मेरा सवाल नहीं है, यह मेरे जैसी सभी पीड़ित महिलाओं का सवाल है. मुख्यमंत्री जी, ऐसे अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी पुलिस अधिकारी इस प्रकार की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे.’
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