---विज्ञापन---

हिंदी के अलावा यूपी में बोली जाती हैं 7 अन्य भाषाएं, क्या पता है आपको?

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश भारत का एक बड़ा राज्य है, जहां हिंदी मुख्य भाषा है। लेकिन यहां हिंदी के अलावा 7 और प्रमुख भाषाएं बोली जाती हैं। ये भाषाएं राज्य की विविधता को दर्शाती हैं और हर क्षेत्र की अपनी सांस्कृतिक पहचान हैं। आइए जानते हैं इन भाषाओं के बारे में।

Edited By : Ashutosh Ojha | Updated: Jan 30, 2025 22:34
Share :
UP
UP

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां भाषाओं की विविधता देखने को मिलती है। यहां सिर्फ हिंदी ही नहीं, बल्कि कई ऐसी बोलियां और भाषाएं हैं, जो इस राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध बनाती हैं। इन भाषाओं के पीछे छिपे हैं दिलचस्प इतिहास, संस्कृति और परंपराएं, जो हर क्षेत्र को एक अलग पहचान देती हैं। आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली कुछ खास भाषाओं के बारे में, जो इस राज्य को एक अनोखा रंग देती हैं।

हिंदी

उत्तर प्रदेश में हिंदी सबसे प्रमुख भाषा है। यह राज्य के सभी हिस्सों में बोली जाती है, चाहे वह ग्रामीण इलाके हों या शहरी। सरकारी दफ्तरों में भी हिंदी का ही इस्तेमाल होता है और आम बोलचाल में भी लोग हिंदी में ही बात करते हैं। यह भाषा उत्तर प्रदेश की पहचान बन चुकी है।

---विज्ञापन---

कौरवी

कौरवी भाषा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, खासकर मेरठ और उसके आसपास के इलाकों में बोली जाती है। यह भाषा हरियाणवी से मिलती-जुलती है और यहां के लोग इसे अपनी पहचान मानते हैं। कौरवी में स्थानीय रंग और परंपराओं का गहरा प्रभाव है, जो इसे अन्य भाषाओं से अलग बनाता है।

ब्रज

ब्रज भाषा मथुरा और वृंदावन जैसे क्षेत्रों में बोली जाती है, जो भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी हुई हैं। इस भाषा का इस्तेमाल विशेष रूप से धार्मिक भजनों, कथाओं और संस्कृतियों में होता है। ब्रज में शब्दों की मधुरता और साहित्यिक धारा बहुत प्रचलित है।

---विज्ञापन---

बुंदेली

बुंदेलखंड में बुंदेली बोली जाती है, जो हिंदी और स्थानीय बोलियों का मिला-जुला रूप है। इसमें लोगों का एक खास संबंध और सांस्कृतिक पहचान दिखती है। बुंदेली अपनी खास आवाज और बोली के लिए जानी जाती है।

कन्नौजी

कन्नौज और आस-पास के इलाकों में कन्नौजी बोली जाती है। यह भाषा उत्तर प्रदेश की भाषाओं की विविधता को दिखाती है और लोग इसे गर्व से बोलते हैं। कन्नौजी में गांवों की ज़िंदगी का खास असर है, जो इसे दूसरी भाषाओं से अलग बनाता है।

अवधी

अवधी भाषा मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बोली जाती है। यह भाषा अपने पुराने इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जानी जाती है। अवधी में लोककथाएं, गीत और नृत्य के जरिए लोगों की जिंदगी की गहराई दिखाई जाती है। यह भाषा बहुत मीठी और संस्कृतियों से जुड़ी हुई है।

बघेली

बघेली भाषा पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बोली जाती है। बघेली भाषा बघेलखंड क्षेत्र की प्रमुख भाषा है। यह अपने लहजे और शब्दों के चयन में अलग पहचान रखती है और इसे यहां के लोग बहुत प्रिय मानते हैं।

उर्दू

लखनऊ शहर में हिंदी के साथ उर्दू भी एक प्रमुख भाषा है। उर्दू भाषा यहां के साहित्य, कला और संस्कृति का अहम हिस्सा है। यह भाषा हिंदी से बहुत मिलती-जुलती है, लेकिन इसके लहजे और शब्दों में एक खास शैली होती है। उर्दू के शेर, गजल और कविताएं लखनऊ की पहचान मानी जाती हैं।

HISTORY

Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Jan 30, 2025 10:34 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें