Who is George Soros: संसद सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष ने अडानी के मुद्दे को हवा दे रखी है। वहीं विपक्ष पर पलटवार करते हुए सत्ता पक्ष ने कई बड़े दावे किए हैं। इसी बीच अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस का नाम भी मीडिया में सुर्खियां बटोरने लगा है। बीते दिन न सिर्फ संसद में जॉर्ज सोरोस का नाम सुनने को मिला बल्कि सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने सोशल मीडिया पर भी एक मुहिम छेड़ दी है।
मोदी सरकार को बनाते हैं निशाना
बीजेपी का दावा है कि जॉर्ज सोरोस अक्सर मोदी सरकार को निशाना बनाते हैं। जॉर्ज सोरोस नागरिकता संशोधन अधिनियम से लेकर आर्टिकल 370 हटाने, अडानी ग्रुप और भारतीय लोकतंत्र पर उंगली उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। यही नहीं, हिंडनबर्ग के अलावा OCCRP ने भी अडानी ग्रुप पर सवाल खड़े किए थे। वैसे तो OCCRP पब्लिक फंडेड फर्म है, लेकिन इसमें जॉर्ज सोरोस भी काफी पैसा देते हैं।
Dr. @SudhanshuTrived sheds light on how the George Soros-funded OCCRP (Organized Crime and Corruption Reporting Project) spreads false narratives in India…
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---विज्ञापन---— BJP (@BJP4India) December 5, 2024
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पीएम मोदी को बताया तानाशाह
साल 2020 में आर्टिकल 370 हटाने और नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करते हुए जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है। वहीं अब जॉर्ज सोरोस का नाम सियासी गलियारों में नया एजेंडा बन गया है। तो आइए जानते हैं जॉर्ज सोरोस के बारे में विस्तार से…
कुली-वेटर का काम किया
12 अगस्त 1930 को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में जन्में जॉर्ज सोरोस यहूदी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब हिटलर यहूदियों पर अत्याचार कर रहा था, तो जॉर्ज सोरोस के परिवार ने अपनी पहचान बदल ली थी। विश्व युद्ध खत्म होने के बाद जॉर्ज सोरोस लंदन चले गए। यहां उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में एडमिशन लिया। इस दौरान जॉर्ज सोरोस ने पढ़ाई के साथ-साथ रेलवे में कुली और क्लब में वेटर का भी काम किया।
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बन गए अमेरिकी अरबपति
1956 में जॉर्ज सोरोस ने अमेरिका का रुख कर लिया। 1973 में उन्होंने खुद की कंपनी सोरोस एंड मैनेजमेंट की नीव रखी। उन्हें अमेरिका के सबसे बड़े और कामयाब इन्वेस्टर के तौर पर देखा जाता है। जॉर्ज सोरोस अपना सोसाइटी फाउंडेशन भी चलाते हैं। फोर्ब्स की मानें तो जॉर्ज सोरोस की नेट वेल्थ 6.7 अरब डॉलर यानी 56,257 करोड़ रुपए से अधिक है। वहीं जॉर्ज सोरोस अपनी संपत्ति में से 32 अरब डॉलर रुपए दान कर चुके हैं।
3 शादी और 5 बच्चे
93 वर्षीय जॉर्स सोरोस तीन शादियां कर चुके हैं और उनके कुल 5 बच्चे हैं। जॉर्स सोरोस की पहली पत्नी एनालिसे विश्चेक थीं, जिनसे उन्होंने 1960 में शादी रचाई थी। सोरोस और एनालिसे के 3 बच्चे हैं। जॉर्ज सोरोस ने अपने बेटे अलेक्जेंडर को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।
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