Tamil Nadu Liquor Tragedy: देश में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन कहीं ना कहीं, जहरीली शराब पीने की वजह से किसी की जान चले जाने की खबरें आती हैं। इस बार तमिलनाडू के कल्लाकुरिची से जहरीली शराब का मामला सामने आया है।
दरअसल यहां जहरीली शराब पीने से करीब 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से भी ज्यादा लोग इस मामले में गंभीर अवस्था में बताए जा रहे हैं जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। हैरान कर देने वाली बात ये है कि जहरीली शराब पीने से इतने ज्यादा लोग बीमार हो गए कि अकेले कल्लाकुरिची का अस्पताल काफी नहीं रहा। बीमार पड़े लोगों को विल्लुपुरम, सलेम और पुडुचेरी के अस्पतालों में भी भर्ती कराना पड़ गया।
आखिर जहरीली कैसे बन जाती है शराब?
बहुत सारे लोगों के मन में ये सवाल अक्सर आता है कि आखिर कैसे जहरीली शराब नॉर्मल शराब से अलग होती है? कैसे शराब जहरीली बन जाती है? दरअसल ज्यादातर लोगों को लगता है कि देशी शराब या कंट्री मेड लिकर पीना सेहत के लिए नुकसानदायक होता है और यही शराब कभी कभी जहरीली बन जाती है लेकिन ये बात सच नही है। कानूनी तौर पर देशी शराब को बनाने के लिए सरकार बाकायदा लाइसेंस देती है, जिसे देशी शराब के ठेकों पर बेचा जाता है।
चोरी-छुपे बेची जाती है शराब
दूसरी तरफ जो शराब जहरीली होती है उसे अवैध तरीके से बनाया जाता है। आसान शब्दों में इसे कच्ची शराब भी कहा जाता है जिसे उन इलाकों में चोरी छुपे बेचा जेता है जहां पर मजदूर या छोटे मोटे काम करने वाले लोग रहते हैं। क्योंकि ये देशी शराब के मुकाबले सस्ती पड़ती है, इसलिए कम आय वर्ग के लोग इसे खरीदकर पी लेते हैं जो उनकी मौत का कारण बन जाता है।
कैसे बनाई जाती है कच्ची शराब?
गुड़, पानी और यूरिया, ज्यादतर इन तीनों का इस्तेमाल कच्ची शराब बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा कई खतरनाक केमिकल भी इसमें मिलाए जाते हैं. सबसे पहले ऑक्सीटोसिन के जरिए सड़ाया जाता है। इसके अलावा मौत के सौदागर इसमें और ज्यादा नशा पैदा करने के लिए नौसादर और यूरिया भी मिलाते हैं. ये सभी चीजों का मिश्रण किसी भी व्यक्ति के लिए काफी नुकसानदेह हैं।
इस वजह से मिथाइल बनता है अल्कोहल?
यूरिया, ऑक्सोटोसिन, गुड़ और पानी को मिलाकर जब फर्मेंटेशन किया जाता है तो इथाइल अल्कोहल बनने की जगह मिथाइल अल्कोहल बन जाता है। इसके अलावा शराब बनाने की प्रक्रिया के दौरान तापमान का भी ख्याल नहीं रखा जाता जिसकी वजह से मिथाइल अल्कोहल बन जाता है जो कि जहरीली शराब का रूप ले लेता है और इसका सेवन करने का लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
तमिलनाडू सरकार हुई सख्त
इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर एमएस प्रशांत ने बीमार पड़े मरीजों से जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज में मुलाकात की है। वहीं तमिलनाडू सरकार इस मामले में अपराधियों के खिलाफ काफी सख्त रवैया अपनाने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने 49 साल के अवैध शराब विक्रेता के. कन्नुकुट्टी को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से करीब 200 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है।
लोगों को बीमार करता है ‘मिथेनॉल’
शुरुआती जांच में पता चला है इस शराब में ‘मिथेनॉल’ पाया गया है, जो लोगों को बीमार करने की बड़ी वजह बना। इसके अलावा कल्लाकुरिची के एसपी समयसिंह मीना को भी निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना को रोकने में नाकाम साबित हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है। वहीं अब तक हुई मौतों पर उन्होंने दुख भी जताया है।
सीएम ने किया पोस्ट
सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम ने लिखा- ‘कल्लाकुरिची में मिलावटी शराब पीने वाले लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं स्तब्ध और दुखी हूं। इस मामले में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।’
என்னை மிகவும் வேதனைக்குள்ளாக்கியுள்ள கள்ளக்குறிச்சி நிகழ்வு நிகழ்ந்திருக்கக் கூடாத ஒன்று. எடுக்கப்பட்டுவரும் நடவடிக்கைகள் அத்தனையையும் கண்காணித்து வருகிறேன்.
மருத்துவமனையில் சிகிச்சை பெற்று வருபவர்களுக்கு உயர்தர சிகிச்சை அளிக்கப்பட்டு வருகிறது. உயிரிழந்தவர்களின் குடும்பங்களுக்கு… pic.twitter.com/fPKhUpdsls
— M.K.Stalin (@mkstalin) June 20, 2024
मृतकों के परिवार को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये
आपको बता दें सीएम एमके स्टालिन ने हर मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये और इलाज करा रहे लोगों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया है। इस मामले में मुख्यमंत्री ने सीबी-सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं