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Ram Mandir: सिर्फ ‘इनवाइटी’ नेता ही पहुंचेंगे अयोध्या, बाकी ‘माननीयों’ को BJP ने दी यह सलाह

बीजेपी नेतृत्व ने नेताओं को निर्देश दिए हैं कि जिनको निमंत्रण मिलेगा, वही अयोध्या जाएंगे। बाकी अपने क्षेत्र में रह कर पूजा में शामिल होंंगे।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Feb 18, 2024 19:55
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BJP ने Ram Mandir के उद्घाटन समारोह को लेकर नेताओं को दिए खास निर्देश

Ram Mandir Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भगवान राम के भव्य मंदिर का 22 जनवरी को उद्घाटन किया जाएगा। इस दौरान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी की जाएगी। उद्घाटन समारोह में कई मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। इसी कड़ी में बीजेपी ने अपने नेताओं के लिए बड़ा निर्देश जारी किया है।

‘इनवाइट’ नेता ही जाएंगे अयोध्या

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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अयोध्या केवल वही जाएंगे, जिनको निमंत्रण मिलेगा। बाकी सभी नेता/मंत्री/सांसद अपने-अपने क्षेत्र के मंदिर में मौजूद रहकर पूजा में शामिल होंगे।

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16 जनवरी से होगी प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत

मिली जानकारी के मुताबिक, 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की शुरुआत होगी। काशी के दो पुजारी पूजा संपन्न कराएंगे। पूजा 48 दिनों तक चलेगी।

अयोध्या Ram Mandir के श्रद्धालुओं के लिए जल्द जारी होगी एडवाइजरी, रामलला के दर्शन करने को पूरी करनी होंगी शर्तें

श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी करेगा ट्रस्ट

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी करेगा। ट्रस्ट ने अपील की है कि श्रद्धालु दर्शन करते समय प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करेंगे, ताकि माहौल खराब न हो।

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करीब चार हजार संतों को भेजा गया आमंत्रण

ट्रस्ट के मुताबिक, 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह में करीब चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है। सभी शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष संतों को भी बुलावा भेजा गया है। इसके साथ ही, स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, किसान और कला जगत के प्रमुख लोगों को भी आमंत्रण भेजा गया है।

कार सेवकों के परिजनों को भी किया गया आमंत्रित

ट्रस्ट ने बताया कि कारसेवकों के परिजनों को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है। काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ और लक्ष्मीकांत दीक्षित पूजा संपन्न कराएंगे। इसके बाद 48 दिन की मंडल पूजा होगा, जिसे विश्वप्रसन्न तीर्थ संपन्न कराएंगे।

(Diazepam)

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News24 हिंदी

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rahul solanki

First published on: Dec 23, 2023 07:45 PM

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