Namaz Inside Pune Shaniwarwada: पुणे के शनिवारवाड़ा के अंदर नमाज पढ़े जाने से बवाल मच गया है. नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विवाद बढ़ते देख पुलिस ने नमाज पढ़ने वाली 3 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. BJP सांसद मेधा कुलकर्णी और अन्य हिंदू संगठनों ने नमाज पढ़ने का विरोध किया.हिंदू संगठनों ने तो शनिवारवाड़ा जाकर उस जगह का गौमूत्र से शुद्धिकरण किया, जहां नमाज पढ़ी गई थी.
शनिवार वाड्यात नमाज पठण चालणार नाही, हिंदू समाज आता जागृत झाला आहे ! 🚩🚩
🚩चलो शनिवार वाडा! 🚩
रविवार, 19 ऑक्टोबर 2025
📍 शनिवार वाडा, कसबा पोलीस चौकीसमोर
🕓 सायंकाळी 4 वाजता
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🔥 पुण्याचे वैभव – शनिवार वाडा
ऐतिहासिक वारसा स्थळ की गैर हिंदू प्रार्थना स्थळ?
सारसबाग येथे… pic.twitter.com/EObcXMZ6Rt---विज्ञापन---— Dr. Medha Kulkarni (@Medha_kulkarni) October 19, 2025
सांसद ने कहा एतिहासिक धरोहर का अपमान
बता दें कि शनिवारवाड़ा में नमाज पढ़ने के खिलाफ BJP कार्यकर्ताओं ने हजरत ख्वाजा सैय्यद दरगाह के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं विरोध प्रदर्शन का आह्वान BJP की राज्यसभा सांसद मेधा कुलकर्णी ने किया था. उन्होंने नमाज पढ़े जाने का वीडियो अपने X हैंडल पर अपलोड किया और घटनाक्रम को ऐतिहासिक धरोहर का अपमान बताया. इस पोस्ट को देखकर सकल हिंदू समाज और पतित पावन संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और गौमूत्र व गोबर जगह का ‘शुद्धिकरण’ किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया.
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क्या है वायरल वीडियो में और सांसद ने क्या कहा?
वायरल वीडिया के अनुसार, शनिवारवाडा की ऊपरी मंजिल पर 6 से 7 मुस्लिम महिलाएं चटाई बिछाकर नमाज पढ़ रही हैं और आस-पास बच्चे खेल रहे हैं. वहीं कुछ टूरिस्ट भी घूम रहे हैं. एक शख्स ने इस मौके का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.
मेधा कुलकर्णी ने वीडियो ट्वीट किया और पोस्ट में लिखा कि शनिवारवाडा पेशवाओं का महल था और भारत की ऐतिहासिक धरोहर है, इसके अंदर नमाज पढ़कर इसका अपमान किया गया है. हिंदू समाज और हिंदू संगठनों चलो शनिवार वाडा!
मेधा कुलकर्णी के विरोध प्रदर्शन के आह्वान को देखते हुए पुलिस ने इलाके को घर लिया और विवादित जगह को सील कर दिया. साथ ही पुलिस ने प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष (AMASR) नियम 1959 के तहत केस दर्ज किया.