ठाकुर भूपेंद्र सिंह
Lord Krishna Kingdom Dwarka Mystery: भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी को लेकर लोगों के बीच कई सारी कहानियां हैं। इन सभी कहानियों में एक बात कॉमन है और वो ये कि भगवान श्रीकृष्ण द्वारा बसाई गई द्वारका नगरी समुद्र में डूब गई थी, जिसके अवशेष अब भी सामने आते रहते हैं। समुद्र में डूबी द्वारका नगरी के रहस्य को जानने के लिए गुजरात सरकार ने एक बड़ी तैयारी की है। राज्य सरकार एक पनडुब्बी के जरिए द्वारका नगरी के रहस्यों को हल करने की कोशिश करेगी। साथ ही इस पनडुब्बी की मदद से भक्तों को श्रीकृष्ण की नगरी का दर्शन भी करवाया जाएगा।
समुद्र में 300 फीट नीचे जाएगी पनडुब्बी
भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी के बारे में जानने के लिए शोधकर्ताओं में काफी जिज्ञासा रहती है, जो इस पनडुब्बी के जरिए पूरी होगी। यह पनडुब्बी सैलानियों को लेकर अरब सागर में 300 फीट नीचे जाएगी और द्वारका नगरी के अवशेषों के दर्शन भी करवाएगी। गुजरात सरकार ने इस 2 घंटे की दर्शन यात्रा के लिए एक कंपनी के साथ समझौता किया है।
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होगा स्पेशल घाट का निर्माण
इस पनडुब्बी में 6 क्रू सदस्यों के साथ 24 पर्यटक यात्रा पर जा सकेंगे। इसका कुल वजन 35 टन होगा। द्वारका के पास एक स्पेशल घाट भी बनाया जाएगा, जहां से पनडुब्बियों का बैट रवाना होगा। गुजरात टूरिज्म डिपार्टमेंट के मुताबिक पनडुब्बी के संचालन के लिए भारत सरकार की मझगांव डॉक शिपयार्ड कंपनी के बीच समझौता हुआ है। आने वाले दिनों में आयोजित हो रहे वाइब्रेंट समिट में इसका ऐलान होगा।
पनडुब्बी परियोजना
गौरतलब है कि, द्वारका से बेट द्वारका जाने के लिए बन रहा केबल ब्रिज काम भी जल्द ही पूरा हो जाएगा। ऐसे पनडुब्बी परियोजना और केबल ब्रिज के बाद द्वारका में पर्यटन को निश्चित तौर पर बढ़ावा मिलेगा।