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हेमन्त सोरेन बोले- शिक्षा वह दूध, जो बच्चा जितना पीएगा उतना दहाड़ेगा

झारखंड: आज का दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज हम अपने नई पीढ़ी को शिक्षा की दिशा में नई राह दिखाने जा रहे हैं। बड़े बुजुर्गों ने एक कहावत कही है “शिक्षा वह मां का दूध है जो बच्चा जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा“। यह बातें झारखंड मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहीं। सीएम मंगलवार […]

Edited By : Amit Kasana | Updated: Aug 24, 2022 17:04
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झारखंड: आज का दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है। आज हम अपने नई पीढ़ी को शिक्षा की दिशा में नई राह दिखाने जा रहे हैं। बड़े बुजुर्गों ने एक कहावत कही है शिक्षा वह मां का दूध है जो बच्चा जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा। यह बातें झारखंड मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहीं। सीएम मंगलवार को झारखंड मंत्रालय के सभागार में आयोजित राज्य सरकार एवं विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ब्रिटिश उच्चायोग, नई दिल्ली के बीच MoU तथा Chevening Marang Gomke Jaipal Singh Munda Overseas Scholarship 2023 के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

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देश का पहला राज्य

आगे सीएम ने कहा झारखंड देश का पहला राज्य है जो शिक्षा के स्तर को अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने को लेकर प्रयासरत है। यहां के युवा छात्रछात्राएं बेहतर शिक्षा ग्रहण करें इस दिशा में हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत फर्स्ट फेज में सिर्फ ट्राईबल बच्चे ही उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु विदेश गए थे। यह छात्रवृत्ति योजना उम्मीद से ज्यादा सफल होती दिखाई दे रही है। 

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दुनिया में अलग पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूके गवर्नमेंट के प्रतिष्ठित चिभनिंग स्कॉलरशिप के साथ अब देश और झारखंड की प्रतिष्ठित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ओवरसीज स्कॉलरशिप योजना के साथ एमओयू के अंतर्गत हर साल युवाओं को विदेश में पढ़ने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहला अवसर है जब किसी स्टेट गवर्नमेंट ने यूके गवर्नमेंट के साथ ऐसा एमओयू किया हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से सौ साल पहले झारखंड से एक ट्राइबल युवा जयपाल सिंह मुंडा जी को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने का अवसर मिला था उन्होंने पढ़ने के साथसाथ हॉकी में ऑक्सफोर्ड ब्लूज टीम की कप्तानी भी की। उनकी नेतृत्व क्षमता को निखारने में इंग्लैंड में ही उन्हें उपयुक्त वातावरण मिला। 

झारखंड के युवा प्रतिभाशाली

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश की महान विभूतियों जैसे महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आदि ने इंग्लैंड से उच्च शिक्षा लेकर देश को मजबूत नींव और सही दिशा देने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना ने युवाओं के सपनों को उड़ान देने में अभूतपूर्व काम किया है। उसी का परिणाम है कि अब हम हर साल 6-7 नहीं बल्कि 20-25 युवाओं को विदेश पढ़ने के लिए भेजेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में वंचित समाज से आने वाले सभी वर्गों के युवाओं को भी जोड़ा गया है। विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए जाने वाले हमारे युवा झारखंड के सिर्फ एस्कॉलर्स नहीं हैं यह हमारे यंग एंबेसडर्स भी हैं।

8 खिलाड़ियों ने जीता मेडल

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में झारखंड के सभी आठ खिलाड़ियों ने देश को पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य का कोई भी खिलाड़ी खाली हाथ नहीं लौटा सभी ने मेडल जीतने का काम कर दिखाया है। हमारी सरकार युवाओं के इसी पोटेंशियल को नया आयाम देने का काम करते आयी है उनके सपनों का सम्मान करते आयी है। राज्य सरकार ने झारखंड के उभरते खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के लिए नई खेल पॉलिसी बनाने का काम किया है। 

झारखंड की भूमिका अहम

मुख्यमंत्री ने कहा कि सतत विकास की दिशा में झारखंड राज्य कई मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। हमारा राज्य जलजंगलजमीन के लिए जाना जाता है। हमारे राज्य में सोलर एनर्जी और क्लाइमेट चेंज आदि क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ने का बहुत पोटेंशियल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने पिछले साल ग्लैसगो में क्लाइमेट चेंज के COP 26 (कॉप 26) अधिवेशन के दौरान 2070 तक नेट कार्बन एमिशन को जीरो करने की देश की प्रतिबद्धता जाहिर की थी। साथ ही 2030 तक देश की नॉन फॉसल एनर्जी कैपेसिटी को 500 गीगावॉट तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड भी उसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने की योजना पर कार्य कर रहा है।

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पूरी दुनिया देख रही है

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस मंच में एक विशेष बात भी कहना चाहूंगा जो शायद ही यहां बैठे लोग जानते होंगे। हमारे वीर शहीदों के संघर्ष, हमारे संगठन का संघर्ष, आदिवासी जीवन और आदरणीय गुरुजी के संघर्ष के बारे में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित म्यूजियम में डिस्प्ले पर रखा गया है। उस प्रतिष्ठित म्यूजियम के जरिए आज झारखंड और हमारे संगठन का संघर्ष पूरी दुनिया देख रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ब्रिटिश हाई कमिशन के साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शुरुआत हो रही है हमारी सरकार की कोशिश रहेगी कि आने वाले समय में अन्य क्षेत्रों में भी हम यूके गवर्नमेंट और ब्रिटिश हाई कमीशन के साथ साझा रूप में काम करेंगे और राज्य को सतत विकास की ओर तेजी से आगे ले जाएंगे।

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Edited By

Amit Kasana

Edited By

Manish Shukla

First published on: Aug 23, 2022 09:42 PM
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