Former Union Minister was laughing shamelessly: लोकसभा में विशेष सत्र की कार्यवाही के दौरान गुरुवार को चंद्रयान मिशन सफलता पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी बोल रहे है, उस समय बीएसपी के सांसद दानिश अली ने बीच किसी तरह की टिप्पणी कर दी। इसी को लेकर सांसद रमेश बिधूड़ी भड़क गए और दानिश अली को भरी लोकसभा अपशब्द कहे। उन्होंने दानिश के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। सांसद ने दानिश के लिए ‘आतंकवादी’ और ‘उग्रवादी’ जैसे कई शब्दों का इस्तेमाल किया था। अब इसको लेकर राज्ससभा में कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने दावा किया है कि लोकसभा में जब भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपशब्द बोल रहे थे और अपनी जुबान से जहर उगल रहे थे, तब दो पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद और डॉ. हर्षवर्धन अपने सहयोगी की आपत्तिजनक बातों पर बेशर्मी से हंस रहे थे।
‘बेशर्मी से हंस रहे थे पूर्व केंद्रीय मंत्री’
सांसद जयराम रमेश ने एक्स (ट्विटर का पूर्व) पर पूर्व केंद्रीय मंत्रियों की हंसने वाली फोटो पोस्ट कर लिखा कि गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान जब भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी अपशब्द बोल रहे थे और अपनी जबान से जहर उगल रहे थे, तब दो पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और डॉ. हर्षवर्धन अपने सहयोगी की आपत्तिजनक बातों पर बेशर्मी से हंस रहे थे। लोकतंत्र और संसदीय परंपरा को कलंकित करने वाले इस मामले में ये दोनों भी उतने ही निंदा के पात्र हैं जितने कि बिधूड़ी। यह दिखाता है कि मोदी-शाह के नेतृत्व में भाजपा किस हद तक गिर चुकी है।
राजनाथ ने मांग थी माफी
बीएसपी सांसद दानिश अली को लोकसभा में रमेश बिधूड़ी द्वारा अपशब्द बुलाए जाने पर कांग्रेस, बीएसपी और एआईएमआईएम के नेता समेत बीजेपी के कई नेताओं ने आपत्ति जताई थी। इस पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ रमेश बिधूड़ी की अपशब्द के लिए माफी मांगी थी। इसके अलावा कांग्रेस ने मांग की है कि रमेश बिधूड़ी को उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए लोकसभा से निलंबित किया जाए।
पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने जयराम रमेश के दावे पर दी सफाई
कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश के दावे पर बीजेपी नेता रविशंकर ने सफाई देते हुए कहा कि संसद के अंदर और संसद के बाहर हमने हमेशा मर्यादित आचरण का समर्थन किया है और मैं स्वयं भी इसका पालन करता हूं। मैं ऐसी किसी भी टिप्पणी का समर्थन नहीं करता हूं जो अमर्यादित है। वहीं, डॉ. हर्षवर्धन सफाई ने दी, ‘मैं अपने मुस्लिम दोस्तों से पूछता हूं जो सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ लिख रहे हैं, क्या वे वास्तव में मानते हैं कि मैं कभी भी ऐसी अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल में भागीदार बन सकता हूं? जो किसी एक समुदाय की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाती हो? यह नकारात्मकता से भरी एक द्वेषपूर्ण, बेबुनियादी, पूरी झूठ और मनगढ़ंत कहानी है और सोशल मीडिया पर कुछ निहित राजनीतिक तत्वों द्वारा मेरी छवि को खराब करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।