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जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार! किसके गठबंधन से बनेगी? नतीजे आने से पहले फारूक अब्दुल्ला ने दिया ये बड़ा बयान

Jammu and Kashmir election results: फारूक अब्दुल्ला ने कहा की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और एनसी एक साथ रियासत को बचाने की कोशिश करेंगे।

Edited By : Amit Kasana | Updated: Oct 7, 2024 16:37
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Farooq Abdullah
Farooq Abdullah

आसिफ सुहाफ, जम्मू-कश्मीर

Jammu and Kashmir election results: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। इससे पहले सर्वों में यहां National Conference को बहुमत मिलता दिख रहा है। इसी बीच नतीजे आने से पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर हमें जरूरत नहीं भी पड़ी तब भी हम (पीडीपी का) साथ लेंगे क्योंकि हमें इकट्ठे चलना है।

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जम्मू-कश्मीर को किससे बचाना है?

फारूक अब्दुल्ला ने आगे विधानसभा चुनावों के सर्वों नतीजों में एनसी की सरकार बनने का अनुमान होने और परिणामों से पहले महबूबा मुफ्ती का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह बीजेपी से जम्मू-कश्मीर को बचाना है और इसके लिए हम सबको कोशिश करनी है।

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क्या कांग्रेस और एनसी गठबंधन के साथ जाएगी PDP?

फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया को दिए बयान में आगे कहा की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और एनसी एक साथ रियासत को बनाने की कोशिश करेंगे। बता दें इससे पहले श्रीनगर के लाल चौक विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी के उम्मीदवार जुहैव युसूफ मीर ने भी कांग्रेस और एनसी गठबंधन के साथ सरकार बनाने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए उनकी पार्टी हर संभव प्रयास करेगी।

मुस्लिमों को परेशान करती है ये पार्टी

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि बीजेपी मुस्लिमों को परेशान करती है। वे उनकी दुकानों, मकानों, मस्जिदों और स्कूलों पर बुलडोजर चलाते हैं। उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव में एनसी को जो भी मत मिले हैं वे बीजेपी के खिलाफ हैं। बता दें जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कुल 90 सीट हैं, इनमें कश्मीर में 47 और जम्मू में कुल 43 विधानसभा सीट हैं।

बीजेपी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है NC

फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कशमीर में सरकार गठन से पहले विधायकों को मनोनीत करने के बीजेपी के कदम का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। अब्दुल्ला ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हेरफेर करने का एक प्रयास है। जब उनके पास संख्या बल नहीं है तो भाजपा बहुमत का दावा कैसे कर सकती है।

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Edited By

Amit Kasana

First published on: Oct 07, 2024 03:27 PM

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