Dattatreya Hosabale: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले ने बुधवार को कहा कि अगर किसी ने दबाव में आकर बीफ खाया है और धर्म छोड़ दिया है तो उसके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, वे आज भी लौट सकते हैं।
होसबोले ने ‘राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ: कल, आज और कल’ विषय पर दीनदयाल स्मारक व्याख्यान में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता राष्ट्रवादी। वे न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी। संघ केवल राष्ट्र के हित में काम करता है।
"गौ मांस खाने वालों की घर वापसी हो सकती है"
◆ RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले का बयान pic.twitter.com/bQLmbXk43A
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होसबोले ने कहा- भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं
होसबोले ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे। उनकी पूजा का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन उन सभी का डीएनए एक ही है। उन्होंने आगे कहा कि संघ केवल शाखा लगाएगा, लेकिन संघ के स्वयंसेवक सभी काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास से ही भारत विश्व गुरु बनकर विश्व का नेतृत्व करेगा। संघ कठोर नहीं, बल्कि लचीला है। संघ को समझने के लिए हृदय की आवश्यकता नहीं है। RSS महासचिव ने कहा कि संविधान अच्छा है और उसे चलाने वाले खराब हैं तो संविधान भी कुछ नहीं कर सकता।
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बोले- देश में लोकतंत्र की स्थापना में RSS की भूमिका रही है
आरएसएस महासचिव ने कहा कि भारत की अस्मिता और अस्तित्व के लिए हमें समाज को सक्रिय रखना है। होसबोले ने कहा कि देश में लोकतंत्र की स्थापना में आरएसएस की भूमिका रही है। संघ सामाजिक जीवन के सभी क्षेत्रों में सक्रिय है। कोई भी आपदा आती है तो संघ के स्वयंसेवकों को ही याद किया जाता है।
होसबोले ने कहा कि संघ एक जीवन शैली है और संघ आज एक आंदोलन बन गया है। हिंदुत्व के निरंतर विकास के आविष्कार का नाम RSS है।
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