Wednesday, 24 April, 2024

---विज्ञापन---

Karnataka: भाजपा विधायक के लापता भतीजे का तीन दिनों बाद मिला शव, नहर में मिली कार

Karnataka News: कर्नाटक के होन्नाली से भाजपा विधायक रेणुकाचार्य के भतीजे चंद्रशेखर का शव तीन दिनों बाद एक नहर से बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि नहर में चंद्रशेखर की कार मिली है जिसमें उसका शव पड़ा था। चंद्रशेखर रविवार से लापता था। एसपी सीबी ऋष्यंत ने बताया कि भाजपा विधायक के […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Nov 4, 2022 15:48
Share :

Karnataka News: कर्नाटक के होन्नाली से भाजपा विधायक रेणुकाचार्य के भतीजे चंद्रशेखर का शव तीन दिनों बाद एक नहर से बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि नहर में चंद्रशेखर की कार मिली है जिसमें उसका शव पड़ा था। चंद्रशेखर रविवार से लापता था। एसपी सीबी ऋष्यंत ने बताया कि भाजपा विधायक के भतीजे का शव कार में मिला है। सभी एंगल से मामले की जांच की जाएगी।

उधर, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बताया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लिया है, चाहे हादसा हो या कुछ और, पुलिस घटना की हर एंगल से जांच करेगी। मैं होन्नाली भी जाऊंगा और विधायक रेणुकाचार्य से मिलूंगा।

अभी पढ़ें Air Pollution को लेकर भड़के मनोज तिवारी, कहा- हमारे चिल्लाने के बाद ही केजरीवाल ने स्कूल बंद कराए

 

24 साल के चंद्रशेखर को रेणुकाचार्य के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में माना जाता था। 30 अक्टूबर को आध्यात्मिक नेता विनय गुरुजी से मिलने के बाद चंद्रशेखर लापता हो गए थे। होन्नाली विधायक अपने भतीजे की वापसी के लिए एक वीडियो भी जारी किया था और कहा था कि मेरे कुछ राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं जो मेरा कुछ नहीं कर सकते। उन्होंने बदला लेने के लिए चंद्रशेखर का इस्तेमाल किया होगा। उन्होंने पुलिस से अपने भतीजे का पता लगाने की अपील की।

सूत्रों के अनुसार, उनके परिवार के सदस्यों ने चंद्रशेखर को आध्यात्मिकता से दूर करने की कोशिश की थी क्योंकि उन्होंने अपना अधिकांश समय गुरुजी के साथ यात्रा करने में बिताता था। ईशा फाउंडेशन के एक अनुयायी, चंद्रशेखर अपने दोस्त किरण के साथ चिक्कमगलुरु में गौरी गड्डे के लिए रवाना हुए थे, लेकिन बाद में केवल चंद्रशेखर का दोस्त वापस आया।

30 अक्टूबर की रात तक एक्टिव था चंद्रशेखर का फोन

पुलिस ने किरण को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और पूछताछ की। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक चंद्रशेखर ने किरण को उसके घर छोड़ दिया था और 30 अक्टूबर को निकल गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चंद्रशेखर का फोन 30 अक्टूबर की रात करीब 11.45 बजे सक्रिय था।

बताया जा रहा है कि गुरुवार को चित्रदुर्ग, चिक्कमगलुरु, दावणगेरे और शिवमोग्गा जिलों में पुलिस को सूचना मिली कि होन्नाली से 5-6 किलोमीटर दूर कददकट्टे में एक नहर के पास एक पुल पर एक कार के स्पेयर पार्ट्स मिले हैं और पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। सूचना के बाद तलाशी अभियान चलाया गया और पुलिस ने KA17 MA2534 नंबर की Hyundai Creta बरामद की। कार चंद्रशेखर के पिता रमेश एम पी के नाम पर रजिस्टर्ड है। कार की पिछली सीट पर चंद्रशेखर का शव था।

अभी पढ़ें Delhi MCD Polls: दिल्ली नगर निगम चुनाव की आज हो सकती है घोषणा, शाम को चुनाव आयोग करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस

दावणगेरे के एसपी ऋष्यंत सीबी ने कहा कि फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के अधिकारियों ने सबूत एकत्र किए हैं और जांच चल रही है। यह पूछे जाने पर कि वाहन की पहचान कैसे हुई, ऋष्यंत ने कहा कि इसका एक छोटा सा हिस्सा स्थानीय ग्रामीणों को दिखाई दे रहा था, जिन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। खोज करने पर, हमने पाया कि यह वही कार थी जिसका उपयोग चंद्रशेखर कर रहे थे। उसका शव उसमें मिला है।

अभी पढ़ें –  देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

First published on: Nov 04, 2022 11:14 AM
संबंधित खबरें