Hindu Rashtra Remark: बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मंगलवार को बिहार में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने को लेकर लोगों से अपील की। उनकी इस अपील पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। नीतीश कुमार ने कहा है कि आजादी की लड़ाई सभी धर्मों के लोगों ने लड़ी थी। देश का संविधान भी सब लोगों के सहमती से ही बना था और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और इन लोगों ने ही नामकरण किया तो सभी की सहमति बनी थी। उस पर ही लोगों को ध्यान देना चाहिए, ना कि बदलना चाहिए। हमें आश्चर्य होता है कि लोग इस तरह की बात कर रहे हैं।
मीडिया के बहाने सीएम नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए केंद्र की मोदी सरकार पर इशारों ही इशारों में बड़ा हमला बोलते हुए कहा देश की मीडिया पर उनका अधिकार हो गया है। इसलिए मीडिया भी सही तथ्यों को नहीं दिखा पा रहा है। नीतीश ने कहा कि जो देश का नाम है क्या देश के नाम को भी बदलेंगे। अभी जो लोग इस तरह की बात कर रहे हैं, क्या आजादी की लड़ाई के वक्त उनका जन्म हुआ था। हम लोगों का जन्म भी हुआ है बाद में, लेकिन हमने अपने पूर्वजों से इस देश के संस्कृति के बारे में सीखा है उनसे ज्ञान लिया है। सीएम ने कहा कि जो लोग जिस धर्म को मानते हैं उसमें ही उन लोगों को विश्वास करना चाहिए। किसी को दबाव में लोगों का धर्म परिवर्तन या फिर लोग अपना धर्म परिवर्तन न करें।
#WATCH आजादी की लड़ाई के बाद सबकी सहमति से संविधान बना। राष्ट्र पिता द्वारा किए गए नामकरण को सभी को स्वीकार करना चाहिए…जो(बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री) लोग बोल रहे हैं क्या उनका उस समय जन्म हुआ था? हम सब राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को मानते हैं। हम उसी के आधार पर काम… pic.twitter.com/nYyE4tKQs5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2023
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जिसका जो धर्म, वह वैसा करने पालन
बाबा बागेश्वर द्वारा बिहार वासियों को राममय बनाने की बात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राम हो या कृष्ण हो जिनका जो धर्म है वो पालन कर रहे हैं। इस देश में 7 धर्म हैं। कुछ जगहों पर धर्म कम है, लेकिन सभी जगहों पर सभी धर्म के लोग रहते हैं। बिहार में ही सबसे अधिक लोगों को ज्ञान की प्राप्ति हुई। बिहार में हम सभी धर्मों के लिए काम करते हैं। मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारा हो या अन्य तरह की जो भी चीजें होती है। उसमें हम बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इसलिए आपस में लोग विवाद ना करें लोगों से हम अपील भी करते हैं। जो लोग मंच से इस तरह की बात करते हैं वो उनका अपना विचार है। इसलिए लोगों को इन सब बातों पर नोटिस नहीं लेना चाहिए।
संविधान में परिवर्तन के लिए लेनी पड़ेगी मंजूरी
बाबा के दरबार में बीजेपी नेता केंद्रीय मंत्री द्वारा पूजा अर्चना करने के बाद कई तरह के सवाल उठाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन सब चीजों से हमें कोई मतलब नहीं है यह उनका व्यक्तिगत मसला है कोई भी किसी भी धर्म का पूजा पाठ कर सकता है। इशारों इशारों में मुख्यमंत्री ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें देश की नीतियों से कोई मतलब नहीं है ना ही उन्हें संविधान से मतलब है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संविधान के खिलाफ कोई भी देश में माहौल नहीं बना सकता यदि इस तरह का लोग माहौल बनाएंगे तो जनता उन्हें जवाब जरूर देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में परिवर्तन करने के लिए पहले उन्हें लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी लेनी पड़ेगी तब संविधान उसे मंजूर करेगा इसलिए इस तरह की बात बेतुका का है।
कर्नाटक में जल्द बननी चाहिए सरकार
कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के नेताओं को बधाई दी है उन्होंने कहा कि अब जल्द से जल्द वहां सरकार का गठन हो जाना चाहिए।
वहीं, विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे नीतीश कुमार से पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्या आप दक्षिण के राज्यों में जाकर विभिन्न दल के नेताओं से मुलाकात करेंगे? जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिनसे हम लोगों को मिलना था उनसे हम लोग मिल लिए हैं।