देश में सनातन धर्म को लेकर इन दिनों काफी विवाद हो रहा है। लगातार धर्म को लेकर बयानबाजी की जा रही है। इस विवाद में अब बाबा रामदेव भी कूद गए हैं। उन्होंने सनातन धर्म पर टिप्पणियां करने वालों को आड़े हाथों लिया है। वाराणसी में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में हुए एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए बाबा रामदेव ने पत्रकारों से बात करते हुए सनातन को गाली देने वालों को जमकर लताड़ा।
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काशी को ज्ञान और मोक्ष की नगरी बताया
बाबा रामदेव का कहना है कि जो लोग सनातन धर्म को गाली दे रहे हैं, 2024 में उनका मोक्ष होने वाला है। सनातन धर्म के खिलाफ काफी कुछ बोला जा रहा है, जो सही नहीं है। काशी शाश्वत, विद्या और मोक्ष नगरी है। अनादि और अनंत शिव उपासना का महातीर्थ है। इस नगरी में दिव्यता तो युगों से थी, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भव्यता प्रदान करके इसे नया स्वरूप दिया है, इसलिए यह नगर दुनिया के आकर्षण का केंद्र है।
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बिहार के मंत्री के बयान पर दी प्रतिक्रिया
बाबा रामदेव ने कहा कि काशी नगरी धर्म, ज्ञान और सबसे बड़े सनातन धर्म का मर्म है। इसका अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। बता दें कि बाबा रामदेव ने यह स्टेटमेंट रामचरित मानस की तुलना पोटेशियम साइनाइड से किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिया है। तुलना बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने की थी। उन्होंने कहा था कि 55 तरह के व्यंजन बनाकर उसमें पोटेशियम साइनाइड मिला दें तो क्या होगा, हिन्दू धर्म ग्रंथ का हाल भी ऐसा ही है। रामचरितमानस को लेकर मुझे आपत्ति है और जीवनभर रहेगी।
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उदयनिधि और प्रकाश राज कर चुके टिप्पणी
बता दें कि इससे पहले मंत्री चंद्रशेखर हिन्दू धर्म ग्रंथ को समाज को बांटने वाला कह चुके हैं। उन्होंने मोहम्मद पैगंबर को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा था। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म का केवल विरोध काफी नहीं, इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए। डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं करना, बल्कि इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनात को भी जड़ से मिटाना होगा।
एक्टर प्रकाश राज ने भी सनातन को ‘तनातन’ कहकर अपमानित किया था। इसके बाद उन्होंने सनातन की तुलना डेंगू बुखार से कर दी थी।