Assam Child Marriage: असम में बाल विवाह के 4,074 से अधिक मामले दर्ज होने के साथ राज्य में पिछले तीन दिनों (रविवार तक) में 2,200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि असम कैबिनेट की ओर से लिए गए एक फैसले के बाद ये गिरफ्तारियां की गई है।
असम सरकार ने 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत मामला दर्ज करने का फैसला किया गया है। कहा गया है कि 14-18 साल की उम्र की लड़कियों से शादी करने वालों पर बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।
दूल्हा नाबालिग हुआ तो भेजा जाएगा बाल सुधार गृह
मुख्यमंत्री हिमंत सरमा बिस्वा सरमा ने कहा कि 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों पर गैर-जमानती आरोप लगाए जाएंगे, जबकि 14 से 16 साल की उम्र की लड़कियों से शादी करने वालों पर जमानती धाराओं के तहत आरोप लगाए जाएंगे। यदि वर की आयु 14 वर्ष से कम है तो उसे सुधार गृह भेजा जायेगा।
और पढ़िए – गुरु वाले बयान पर असम के CM हिमंत सरमा का पलटवार, बोले- राहुल गांधी का नागपुर में स्वागत है
आखिर असम सरकार ने ये फैसला क्यों लिया?
असम कैबिनेट की ओर से शुरू किए गए इस कदम का उद्देश्य राज्य में बाल विवाह और कम उम्र में मातृत्व पर अंकुश लगाना है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) की रिपोर्टों के अनुसार, असम में मातृ और शिशु मृत्यु दर की उच्च दर है, जिसमें बाल विवाह प्राथमिक कारण है। NFHS की ओर से कहा गया था कि असम में औसतन 31 प्रतिशत विवाह प्रतिबंधित आयु वर्ग में होते हैं।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 (2019-21) के अनुसार, सर्वेक्षण के समय असम में 15-19 वर्ष की आयु की लगभग 11.7 प्रतिशत महिलाएं पहले से ही मां या गर्भवती थीं।
आखिर कब तक चलेगी ये कार्रवाई?
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि बाल विवाह के खिलाफ अभियान 2026 में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगा। बता दें कि राज्य में बाल विवाह के 4,074 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि असम पुलिस ने 2,278 लोगों को नाबालिग लड़कियों से शादी करने या बाल विवाह करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
और पढ़िए – असम सीएम बोले, कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की जरूरत नहीं, क्योंकि देश पहले से ही एकजुट
Assam Govt is firm in its resolve to end the menace of child marriage in the state.
So far @assampolice has registered 4,004 cases across the state and more police action is likely in days ahead. Action on the cases will begin starting February 3. I request all to cooperate. pic.twitter.com/JH2GTVLhKJ
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) February 2, 2023
सरमा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर राज्य भर में पंजीकृत बाल विवाहों का डेटा भी शेयर किया। सरमा ने कहा कि उन्होंने पुलिस से बाल विवाह के मामलों में जीरो टॉलरेंस दिखाने को कहा है। असम के सीएम ने कहा कि उन्होंने 8,000 से अधिक लोगों की पहचान की है, जिन्होंने नाबालिग लड़कियों से शादी की है। सरमा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए 2,200 से अधिक लोगों के अलावा 3,500 और लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें