World Sleeping Day: स्वस्थ रहने के लिए लोगों को अपनी लाइफस्टाइल को अच्छा रखने की जरूरत होती है। एक अच्छी लाइफस्टाइल में नींद भी शामिल है। अगर हमारी नींद अधूरी रहती है, तो न सिर्फ शरीर बल्कि मेंटल हेल्थ भी प्रभावित होगी। कुछ लोग नियमित रूप से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेते हैं मगर फिर भी प्रोडक्टिविटी में पीछे रहते हैं। इसका कारण 8 घंटे की नींद नहीं बल्कि वह 8 घंटे की नींद किस समय ली गई है, इस पर निर्भर करती है। सही से नींद न लेने से आप परेशान, इरिटेटेड और कंफ्यूज रहेंगे। ये सभी फैक्टर्स आपकी काम करने की क्षमता को कमजोर कर देते हैं। चलिए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट की राय।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मुंबई के परेल में ग्लेनेगल्स अस्पताल में सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर मंजूषा अग्रवाल हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बताती हैं कि लाइफस्टाइल की गलत आदतों के चलते स्लीपिंग साइकिल प्रभावित हो रहा है। इसमें ज्यादा समय तक मोबाइल या लैपटॉप पर समय बिताना भी शामिल है। दरअसल, रात की नींद अगर समय से न ली जाए, तो इससे हमारे शरीर का एनर्जी सोर्स स्लो हो जाता है।
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क्यों होता है ऐसा?
हर साल 15 मार्च को वर्ल्ड स्लीपिंग डे मनाया जाता है। यह दिन नींद को स्वास्थ्य के प्रति एक महत्वपूर्ण आधार बताने के लिए मनाया जाता है। ऐसे में आपको यह जानना जरूरी है कि नींद का साइकिल सही कैसे हो सकता है। कई बार लोग 7 से 8 घंटे की नींद लेते हैं मगर फिर भी पूरे दिन थके हुए रहते हैं। डॉक्टर बताती हैं कि रात को सोने का समय 10 बजे का होता है। अगर कोई 10 बजे सोता है और फिर सुबह 4 से 6 बजे के बीच जगता है, तो वह हेल्दी रहेगा और पूरे दिन हेल्दी रहेगा। मगर आजकल लोग रात के समय फोन पर घंटों समय बिताते हैं और फिर 8 घंटे सोते हैं। लेकिन इसमें लोग रात 2 या 3 बजे सोते हैं और सुबह 8 या 9 बजे जगते हैं, जो हेल्दी स्लीपिंग साइकिल नहीं है।
ये 3 टिप्स करेंगी मदद
1. स्लीपिंग शेड्यूल- सही और पर्याप्त नींद लेने के लिए आपको अपने सोने का समय फिक्स करना होगा, जो आपको रोजाना फॉलो करना होगा। दरअसल, शेड्यूल बनाने से हमारा शरीर उस प्रैक्टिस को डेयली लाइफ में अडैप्ट करेगा और आपको फिट रखेगा।
2. स्क्रीन टाइम कम करें- सोने से 1-2 घंटे पहले ही फोन और स्क्रीन से दूरी बना लें क्योंकि ब्लू लाइट के एक्सपोजर में अधिक समय तक रहने से शरीर और माइंड, दोनों ही डिस्टर्ब होते हैं।
3. कैफीन और हैवी मील्स- आप क्या खाते हैं, अच्छी नींद के लिए यह भी जरूरी है। रात का खाना बिल्कुल लाइट वेट होना चाहिए, ताकि आसानी से पच सके। रात के समय कॉफी और चाय पीने से भी बचना चाहिए क्योंकि इन चीजों से स्लीपिंग इश्यूज बढ़ सकते हैं।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।