World Kidney Day 2025: किडनी हमारे शरीर का अहम अंग मानी जाता है। इसमें इंफेक्शन होने पर आपको कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। किडनी इंफेक्शन की वजह हमेशा पथरी नहीं होती है। इसके अलावा, कई लाइफस्टाइल फैक्टर्स भी किडनी को संक्रमित कर सकते हैं। किडनी खून को शुद्ध करने का काम करती है। इसलिए, हमें हमेशा किडनी खराब होने के लक्षणों को समय रहते समझ लेना चाहिए। आइए आपको बताते हैं वर्ल्ड किडनी डे के मौके पर कि Kidney इंफेक्शन की वजह क्या है, इसमें संक्रमण होने पर क्या-क्या संकेत दिखाई देते हैं और कैसे आप इस समस्या से बच सकते हैं।
क्या है कारण?
डॉक्टर पुरु धवन, गुरुग्राम के नेफरोलॉजिस्ट हैं, बताते हैं कि किडनी का संक्रमित होना कई बीमारियों समेत आपकी खराब लाइफस्टाइल को दर्शाता है। लाइफस्टाइल के खराब होने से भी गुर्दों में इंफेक्शन हो सकता है। इनमें शराब पीना, स्मोकिंग करना, अनहेल्दी ईटिंग, कम पानी पीना और पर्याप्त नींद न लेना शामिल है।
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Kidney इंफेक्शन के लक्षण क्या हैं?
1. उल्टी या मतली और बुखार- किडनी खराब होने से मरीज को उल्टी हो सकती है। खासतौर पर भारी खाना खाने के बाद या सुबह के समय।
2. बार-बार पेशाब जाना- अगर किसी को बार-बार पेशाब आने की समस्या हो रही है, तो यह भी किडनी के खराब होने का संकेत होता है।
3. पेशाब में खून या पस आना- कई बार पेशाब का रंग लाल या पीला गाढ़ा दिखाई देता है, जो कि खून या प्रोटीन होता है। ये भी किडनी के इंफेक्शन का संकेत है।
4. दस्त- किडनी खराब होने से खाना पचने में दिक्कतें पैदा होती हैं, जो कि किडनी इंफेक्शन का साइन होता है।
5. पीठ, बाजू या कमर में दर्द- जब किडनी में इंफेक्शन होता है, तो इंसान की पीठ और कमर में दर्द होता है।
6. ठंड लगना- किडनी इंफेक्शन होने से इंसान को बेमौसम ठंड लगने लगती है।
7. पेट दर्द और जलन होना- किडनी इंफेक्शन होने पर पेट में दर्द और जलन की समस्या भी हो सकती है, क्योंकि इससे आंतों में इंफेक्शन हो जाता है।
अन्य बीमारियों के संकेत
किडनी में इंफेक्शन होने पर UTI, किडनी स्टोन, प्रेग्नेंसी के संकेत, दवाओं के दुष्प्रभाव, डायबिटीज होने से लेकर पुरुषों में प्रोस्टेट प्रॉब्लम्स जैसी बीमारियों के संकेत होते हैं।
किडनी इन्फेक्शन के घरेलू नुस्खे
- 1. किडनी इंफेक्शन के लिए स्वामी रामदेव ने अपने एक वीडियो में बताया है कि नीम और पीपल के पत्तों का रस निकालकर रोजाना पिएं।
- 2. सेब का सिरका पानी में मिलाकर पिएं।
- 3. लहसुन का सेवन करें।
- 4. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और प्रोबायोटिक्स का सेवन करें।
- 5. रोजाना योग करें।
- 6. गिलोय, तुलसी, अश्वगंधा का काढ़ा भी पी सकते हैं।
- 7. रोजाना सुबह के समय नंगे पैर घासों पर चलें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।