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हेल्थ

प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बिल्लियां क्यों खतरनाक? जानें एक्सपर्ट इस पर क्या कहते हैं

गर्भवती महिलाओं को सेहतमंद रहने के लिए अपने आस-पास के वातावरण का भी ख्याल रखने की जरूरत होती है। वातावरण को दूषित करने में जानवरों का भी हाथ होता है। क्या बिल्लियों के आस-पास गर्भवती महिलाओं को नहीं रहना चाहिए? चलिए जानते हैं।

Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Apr 1, 2025 07:45
Pregnancy Care Tips
photo credit-freepik

प्रेग्नेंसी पीरियड में हर महिला को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। दरअसल, यह समय ऐसा होता है कि उन्हें कभी भी किसी भी चीज का गलत असर हो सकता है, जो उनके और उनके शिशु के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकता है। खान-पान, रहन-सहन और परहेज के साथ-साथ वातावरण को भी साफ-सुथरा रखना होता है। अधिकतर लोगों के घरों में आजकल पेट्स रहने लगे हैं। ये पेट्स कुत्ते और बिल्लियां भी हो सकते हैं। मगर कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स के मुताबिक, गर्भवती महिला के आस-पास बिल्ली को रखना सही नहीं होता है। इसका कोई धार्मिक कनेक्शन नहीं बल्कि सेहत से जुड़ा एक बड़ा और गंभीर कनेक्शन है। दरअसल, बिल्लियां एक प्रकार का पैरासाइट रिलीज करती हैं, जिसका नाम टॉक्सोप्लाजमोसिज होता है। इसके संबंध में यदि कोई गर्भवती महिला आती है, तो उसके बच्चे किसी डिसऑर्डर के साथ पैदा हो सकते हैं। चलिए जानते हैं एक्सपर्ट से।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

मेयो क्लिनिक की एक रिपोर्ट भी बताती है कि बिल्लियों के स्टूल यानी मल में एक परजीवी (Parasite) पाया जाता है, जिसका नाम टॉक्सोप्लाजमोसिज (Toxoplasmosis) होता है। टॉक्सोप्लाजमोसिज एक इंफेक्शन होता है, जो टोक्सोप्लाजमा के कारण होता है। गर्भवती महिलाओं के भ्रूण को यह पैरासाइट संक्रमित कर सकता है। यह पैरासाइट बिल्लियों की आंतों में होता है, जो लोग बिल्ली के मल के संपर्क में आते हैं, उन्हें भी कई अलग-अलग समस्याओं के होने का जोखिम रहता है। यदि कोई कमजोर इम्यूनिटी वाला है, तो उसे भी बिल्ली के मल से संक्रमण हो सकता है। हालांकि, सिर्फ पालतू ही नहीं यदि आपके घर के पास रहने वाली आवारा बिल्ली भी गर्भवती महिला के आस-पास रहती है, तो उससे भी यह संक्रमण हो सकता है।

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कैसे इसका संक्रमण होता है?

बिल्ली के कूड़े के डिब्बे की सफाई करने से।

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बिल्ली के मल को साफ करने से।

बिल्ली के मल या मूत्र करने वाले इलाके के संपर्क में आने से, जैसे गार्डन या बालकनी।

इसके अलावा, बिना उबाला हुआ पानी पीने से, फल-सब्जी धोकर न खाने से और अधपका मांस खाने से भी इसका प्रभाव पड़ सकता है।

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क्या नुकसान हो सकते हैं?

इससे पेट में पल रहे बच्चे का गर्भपात भी हो सकता है। बच्चे को अंधेपन या मानसिक बीमारी भी हो सकती है। न्यूरो प्रॉब्लम्स होने के पीछे बिल्ली का स्टूल भी सबसे ज्यादा पाया जाता है।

कैसे करें बचाव?

बिल्ली को कच्चा मांस न खिलाएं। उसे पैक्ड फूड्स दें।
गर्भवती महिला के घर में बिल्ली को रखने से बचें। यदि है, तो वह गर्भावस्था के दौरान उसकी साफ-सफाई या देखरेख न करें।
गर्भवती महिला उसके स्टूल को साफ न करें।
आवारा बिल्लियों से दूरी बनाएं।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Edited By

Namrata Mohanty

First published on: Apr 01, 2025 07:41 AM

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