Vitamin-D Side Effects: विटामिन-डी एक फैट सॉल्यूबल तत्व है जिसकी कमी से शरीर में कैल्शियम अब्जोर्प्शन बढ़ता है। यह एक आवश्यक तत्व है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूती देता है। यह विटामिन हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए जरूरी होता है। इम्यूनिटी से लेकर मसल्स और मेंटल हेल्थ के लिए भी जरूरी माना जाता है। डिप्रेशन, एंग्जाइटी और कार्डियो प्रॉब्लम्स में भी लाभदायक होता है। यह तत्व ब्लड सर्कुलेशन को भी नियंत्रित करता है। मगर इस विटामिन को अधिक मात्रा में लेना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं इसके नुकसान।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर नदीम कहते हैं कि शरीर में ज्यादा विटामिन-डी की मात्रा अधिक होने पर उसे विटामिन-डी टॉक्सिसिटी हो जाती है। इस विटामिन की मात्रा अगर शरीर में बहुत ज्यादा हो जाए, तो बॉडी को कई नुकसान हो सकते हैं।
विटामिन-डी के नुकसान
1. खून में कैल्शियम बढ़ना- जो लोग रोजाना इस विटामिन का सेवन करते हैं, तो उससे खून में भी इस विटामिन की मात्रा बढ़ जाती है, जो कि शरीर के लिए हानिकारक होता है। इससे हाइपरकैल्सीमिया वाली स्थिति पैदा हो जाती है, जिससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है।
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2. किडनी को नुकसान- अगर आपके शरीर में विटामिन-डी की मात्रा बढ़ जाती है, तो इससे किडनी डैमेज हो सकती है। दरअसल, विटामिन-डी कैल्शियम इनटेक इंक्रीज करता है, जिससे कैल्शियम स्टोन्स बनते हैं।
3. कैल्सीफिकेशन- इसका मतलब होता है शरीर में कैल्शियम का जमना। जो कि हार्ट हेल्थ के लिए हानिकारक होता है। कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज का एक कारण शरीर में कैल्शियम का जमना है।
4. मूड स्विंग्स- शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाने से मेंटल हेल्थ पर असर होता है, जिससे स्ट्रेस, मूड स्विंग्स और एंग्जाइटी की समस्या बढ़ जाती है।
5. नींद पर असर- अगर विटामिन-डी शरीर में अत्यधिक बढ़ जाए, तो इससे हमारी नींद पर असर पड़ता है। रात को नींद न आना इसका एक लक्षण है और असमय नींद आना भी इसके बढ़ने का लक्षण है।
विटामिन-डी लेने का सही तरीका
यह विटामिन सूरज की रोशनी में रहने से भी शरीर को मिल जाता है। अगर आप सुबह के समय 10 से 15 मिनट के लिए धूप में समय बिताते हैं, तो उतना विटामिन-डी बॉडी के लिए पर्याप्त होता है। यदि शरीर में ज्यादा कमी हो, तो आप विटामिन-डी से भरपूर फूड्स खा सकते हैं। इनमें संतरा, कीवी, ब्रोकोली, सहजन की फली और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कर सकते हैं।
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