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सोते समय बार-बार लेते हैं करवट, कहीं कोई बीमारी तो नहीं

Restless Legs Syndrome: रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल और नींद से जुड़ा एक डिसऑर्डर है। रेस्टलेस लेग्स्स सिंड्रोम को विलिस-एकबॉम बीमारी के रूप में भी जाना जाता है। ये बीमारी किसी भी उम्र में शुरू हो सकती है और उम्र बढ़ने के साथ खराब हो जाती है। यह नींद को खराब कर सकता है, जो […]

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Sep 24, 2023 12:04
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Restless Legs Syndrome

Restless Legs Syndrome: रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल और नींद से जुड़ा एक डिसऑर्डर है। रेस्टलेस लेग्स्स सिंड्रोम को विलिस-एकबॉम बीमारी के रूप में भी जाना जाता है। ये बीमारी किसी भी उम्र में शुरू हो सकती है और उम्र बढ़ने के साथ खराब हो जाती है। यह नींद को खराब कर सकता है, जो रोज वाले कामों में परेशानी कर सकता है। चलिए जान लेते हैं इससे जुड़ी बातें-

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम क्या है ?

रेस्टलेस लेग्स्स सिंड्रोम (RLS) ब्रेन, नर्व और नींद से जुड़ा हुआ है। इसका कारण आपके पैरों के हिलाने से जुड़ा है या कह सकते हैं की पैर हिलाने की क्रेविंग सी होना। खासतौर पर तब होता है जब आपका शरीर आराम की स्थिति में होता है। ऐसे में लगातार हिलने-डुलने से नींद में खलल पड़ सकता है। आपको बता दें, हर साल 23 सितंबर को रेस्टलेस लेग्स अवेयरनेस डे मनाया जाता है। यह 23 सितंबर, 2012 को सबसे पहले मनाया गया था।

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के प्रकार

अर्ली ऑनसेट (Early onset)- इसमें अक्सर 45 की उम्र से पहले होता है और यह धीरे-धीरे बढ़ता है।

लेट ऑनलेट (Late onset)- यह तेजी से बढ़ता है और 45 की उम्र के बाद होता है।

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के लक्षण

  • पैरों को हिलाने का मन करना
  • आराम करते वक्त पैरों में अनकंफरटेबल सा होना
  • पैर हिलाने से राहत महसूस करना
  • नींद लेते समय पैरों में झटके आना

ये भी पढ़ें- रोबोटिक सर्जरी कितनी फायदेमंद? किन बीमारियों का सटीक इलाज

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम नींद पर करते हैं असर, ये हैं लक्षण 

  • नींद में खलल पड़ना
  • थकान होना
  • बिहेवियर में बदलाव
  • चीजों को याद रखने में परेशानी
  • डिप्रेशन

रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के कारण

हेरेडिटरी- आरएलएस आपको फैमिली से हो सकता है या प्रेग्नेंसी के दौरान।

आयरन की कमी- अगर शरीर में आयरन कम है, तो भी आप इसके शिकार बन सकते हैं।

मेडिकल कंडीशन- जब किसी अन्य मेडिकल कंडीशन होने की वजह से भी होता है।

दवाइयां- कई दवाइयां जैसे एंटीडिप्रेसेंट (Antidepressant), एंटीहिसटामाइन (Antihistamine) से भी आरएलएस हो सकता है।

इलाज

आरएलएस के उपचार में राहत के लिए कुछ दवाइयों का सहारा ले सकता है। इसके साथ जीवनशैली में बदलाव करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।

Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

First published on: Sep 24, 2023 12:02 PM

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