Dengue Risk In Monsoon: मानसून के आने से जहां एक तरफ गर्मी से राहत मिली है, वहीं कभी भी होने वाली बारिश से मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। इनमें सबसे ज्यादा डेंगू का खतरा है। हर साल डेंगू एक बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम करता है।
हालांकि, कुछ सालों से डेंगू कंट्रोल में है। कोविड के दौरान डेंगू के 1 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे। 2021 में डेंगू के मामले 9 हजार से ऊपर थे और 23 लोगों की मौत हुई थी। 2022 में 4 हजार से ज्यादा मामले थे और 9 लोगों की मौत हुई थी। पिछले साल 7 हजार से ज्यादा मामले आए और 7 की मौत की हुई थी।
अभी फिलहाल डेंगू के इतने मामले तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन रुक-रुक कर होने वाली बारिश से खतरा तो रहता है। क्योंकि जमा पानी में मच्छरों का लार्वा पैदा होता है और इससे डेंगू का खतरा रहता है। ऐसे में लोगों को डेंगू से बचाव पर ध्यान दें।
पेट से जुड़ी बीमारियां भी होती हैं
बारिश में सबसे ज्यादा वॉटर बोर्न डिजीज का खतरा रहता है। दरअसल, बारिश के दौरान कई बार जलभराव ज्यादा होने पर सप्लाई वाले पानी में काफी गंदा पानी मिक्स होकर आता है। इसी गंदे पानी को पीने से कई बीमारियों का खतरा रहता है। मानसून की बीमारियां आमतौर पर पानी के जरिए आती हैं, जैसे- लूज मोशन, डेंगू, टाइफाइड, जॉन्डिस, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां होती हैं।
डेंगू के लक्षण
- ठंड लगना
- अचानक तेज फीवर आना
- सिरदर्द, मसल्स और जॉइंट में दर्द
- जी मिचलाना या उल्टी होना
बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- अपने आसपास की अच्छे से सफाई रखें, कहीं पर पानी बिल्कुल जमा न होने दें
- पानी अगर जमा हो तो उसमें पेट्रोल या केरोसिन डाल दें
- कूलर, गमले, खाली बर्तन में पानी जमा नहीं होने दें
- पानी की टंकी ढक कर रखें
खाने-पीने का भी रखें ध्यान
- सड़क किनारे कटे फल या खुले में बिक रहा खाना बिल्कुल न खाएं
- पानी को उबाल कर पिएं
- बच्चों को हेपेटाइटिस ए की वैक्सीन पूरी लगवाएं
- बच्चों को टाइफाइड की वैक्सीन लगवाएं